
इन्द्र यादव/मुंबई। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने एक बार फिर अपनी सतर्कता, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से यात्रियों का भरोसा जीता है। अंधेरी और वसई आरपीएफ की टीमों ने दो अलग-अलग मामलों में यात्रियों का कीमती सामान सुरक्षित बरामद कर उन्हें उनके वास्तविक मालिकों को सौंप दिया। 18 दिसंबर 2025 को ट्रेन संख्या 22943 से यात्रा कर रहे भरत यशवंत अहीरे अपना बैग ट्रेन में ही भूल गए थे। बैग में दो महंगे लैपटॉप थे, जिनकी कुल कीमत लगभग 1.05 लाख रुपए बताई गई। सूचना मिलते ही वसई आरपीएफ के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) राजपाल यादव ने तत्परता दिखाते हुए बैग को सुरक्षित बरामद किया। आवश्यक सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने के बाद यह कीमती सामान यात्री को सकुशल सौंप दिया गया।
अंधेरी में 8,000 रुपए का मोबाइल लौटाया
अगले ही दिन 19 दिसंबर 2025 को ट्रेन संख्या 14701 में यात्रा कर रहे रणजीत सिंह का रेडमी मोबाइल फोन ट्रेन में छूट गया। अंधेरी आरपीएफ के एएसआई पहुप सिंह ने तुरंत कार्रवाई करते हुए करीब 8,000 रुपए की कीमत वाला मोबाइल फोन बरामद किया और पहचान की पुष्टि के बाद उसे उसके असली मालिक को लौटा दिया। यह दोनों सफल कार्रवाइयाँ आरपीएफ निरीक्षक राजीव सिंह सलारिया (अंधेरी) और वसई आरपीएफ निरीक्षक अवधेश पांडेय के कुशल नेतृत्व में अंजाम दी गईं। अपना कीमती सामान वापस पाकर दोनों यात्रियों ने आरपीएफ की टीम के प्रति आभार जताया और उनकी ईमानदारी व तत्परता की सराहना की।आरपीएफ की इस सतर्कता और जिम्मेदार कार्यप्रणाली से एक बार फिर साबित हुआ है कि रेल यात्रियों की सुरक्षा और उनके सामान की हिफाज़त के लिए बल पूरी तरह प्रतिबद्ध है।





