
बेंगलुरु। कर्नाटक में जेलों के भीतर अवैध गतिविधियों और प्रतिबंधित सामग्रियों पर सख्ती बढ़ाते हुए प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। डीजीपी (कारागार) आलोक कुमार ने जानकारी दी कि बेंगलुरु स्थित परप्पना अग्रहार केंद्रीय कारागार में गुरुवार देर रात चलाए गए विशेष तलाशी अभियान में रिकॉर्ड 30 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। यह कार्रवाई परप्पना अग्रहार जेल के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी मानी जा रही है। डीजीपी आलोक कुमार ने इस सफल ऑपरेशन के लिए एसपी अंशु कुमार और जेलर शिवकुमार की सराहना करते हुए पूरी सर्च टीम को 30 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की। उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर बताया कि इस अभियान का नेतृत्व एसपी अंशु कुमार और जेलर शिवकुमार ने किया था।एक अन्य पोस्ट में डीजीपी ने कहा कि जेल परिसरों के अंदर गैर-कानूनी सामान के खिलाफ तलाशी अभियान पूरे राज्य में लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि पिछले 36 घंटों में कालाबुर्गी जेल से 10 मोबाइल फोन और 4 सिम कार्ड, मैंगलोर जेल से 6 फोन, बल्लारी जेल से 4 फोन, शिमोगा जेल से 3 फोन और 4 सिम कार्ड जब्त किए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। इससे पहले 17 दिसंबर को भी डीजीपी आलोक कुमार ने राज्य की विभिन्न जेलों में चलाए गए विशेष अभियान की जानकारी साझा की थी। उन्होंने बताया था कि पिछले 36 घंटों में बेंगलुरु जेल से 6 मोबाइल फोन और 4 चाकू बरामद किए गए थे। इसी तरह मैसूर जेल से 9 फोन और 11 सिम कार्ड, बेलगावी जेल से 4 फोन और 366 ग्राम गांजा बरामद हुआ था, जिसे बाहर से जेल परिसर में फेंका गया था। इसके अलावा मैंगलोर जेल से 4 फोन और विजयपुरा जेल से 1 मोबाइल फोन जब्त किया गया था। डीजीपी ने दोहराया कि जेलों में अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह लगाम लगाने के लिए यह सघन तलाशी अभियान राज्यभर में जारी रहेगा और किसी भी तरह की गैर-कानूनी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।




