
झांसी, उत्तर प्रदेश। जनपद में किसानों की आय बढ़ाने और खेती की लागत कम करने के उद्देश्य से 12 दिसंबर से 29 दिसंबर 2025 तक “द मिलियन फार्मर्स स्कूल–8.0” अभियान के तहत रबी किसान पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह पाठशाला जनपद की 175 ग्राम पंचायतों में प्रतिदिन अपरान्ह 2 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित होगी। जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने कहा कि रबी किसान पाठशाला के दूरगामी और सकारात्मक परिणाम होंगे, इसलिए अधिक से अधिक किसान इसमें भाग लें और आधुनिक तकनीकों को अपनाकर अपनी खेती को लाभकारी बनाएं। उन्होंने बताया कि शासन स्तर पर किसानों की आय बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं और रबी किसान पाठशाला इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। जिलाधिकारी ने किसानों से अपील की कि वे पाठशाला में प्रतिभाग कर खेती-किसानी से जुड़ी नवीन तकनीकी जानकारियों को आत्मसात करें। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि यंत्रों पर 50 से 60 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है, ऐसे में छोटे किसान एफपीओ बनाकर सामूहिक रूप से इन योजनाओं का लाभ उठाएं, जिससे उत्पादकता में वृद्धि हो सके। शुक्रवार को विकासखंड बड़ागांव की ग्राम पंचायत पाडरी में ग्राम प्रधान विद्या देवी की अध्यक्षता में रबी किसान पाठशाला का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उप कृषि निदेशक एम.पी.सिंह ने किसानों को रबी फसलों की उन्नत खेती, उत्पादन बढ़ाने की तकनीकों और विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। डीडी कृषि ने पाठशाला में उपस्थित किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि, फार्मर रजिस्ट्री की अनिवार्यता, सोलर फेंसिंग, सिंचाई के लिए विभिन्न क्षमता के पंपों पर मिलने वाले अनुदान सहित कृषि विभाग की लाभकारी योजनाओं से अवगत कराया। पाठशाला में गौ आधारित प्राकृतिक खेती पर विशेष जोर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि गौ आधारित खेती से खेती की लागत कम होती है, मुनाफा बढ़ता है और मिट्टी में सूक्ष्म जीवाणुओं की संख्या में वृद्धि होती है। किसानों को जीवामृत, धन जीवामृत तैयार करने की विधि और बीजामृत से बीज शोधन की प्रक्रिया का प्रदर्शन कर जानकारी दी गई। साथ ही प्राकृतिक खेती से जुड़ी हेल्पलाइन की जानकारी भी किसानों को दी गई। विषय विशेषज्ञ दीपक कुशवाहा ने किसानों से अधिक से अधिक संख्या में पाठशाला से जुड़ने की अपील की और ग्राम पंचायतों में कृषि विभाग द्वारा लगाए गए दलहनी फसलों के प्रदर्शन की जानकारी दी। वहीं, रबी किसान पाठशाला प्रभारी अनुज श्रीवास्तव ने विभागीय अनुदान से लगाए गए सोलर सिस्टम के माध्यम से आच्छादित फसलों का निरीक्षण कराया। कार्यक्रम में प्रगतिशील किसान जगत पाल सिंह, हरनारायण, श्रीराम, गणेश, काशीराम, जयराम सहित बड़ी संख्या में महिला कृषकों की भी सहभागिता रही। अधिकारियों ने भरोसा जताया कि रबी किसान पाठशाला के माध्यम से किसानों को आधुनिक खेती की तकनीक, सरकारी योजनाओं और नवाचारों की समुचित जानकारी मिलेगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि और खेती को अधिक लाभकारी बनाया जा सकेगा।




