
लातूर। लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष शिवराज पाटील चाकूरकर के निधन से लगभग छह दशकों तक सक्रिय राजनीति में सेवा देने वाले एक राजयोगी, सुसंस्कृत और अजातशत्रु व्यक्तित्व का देश ने वियोग सहा है। जाति, धर्म, भाषा और पार्टी की सीमाओं से ऊपर उठकर उन्होंने सभी दलों के नेताओं से आत्मीय संबंध स्थापित किए। उनके निधन पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में उनकी अनुपस्थिति बड़ी रिक्तता उत्पन्न करती है। मुख्यमंत्री फडणवीस लातूर स्थित देवघर निवास पर पहुंचे और शिवराज पाटील चाकूरकर के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन किया। इस अवसर पर उनके पुत्र शैलेश पाटील चाकूरकर, पुत्रवधू डॉ. अर्चना पाटील चाकूरकर सहित परिवारजनों को सांत्वना दी। विधायक संभाजी पाटील निलंगेकर, पूर्व विधायक बसवराज पाटील, पूर्व विधायक शिवाजीराव पाटील कव्हेकर, जिल्हाधिकारी वर्षा ठाकुर-घुगे और पुलिस अधीक्षक अमोल तांबे भी उपस्थित रहे। शिवराज पाटील चाकूरकर ने अपने राजनीतिक जीवन में लातूर नगराध्यक्ष से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री, पंजाब के राज्यपाल और लोकसभा अध्यक्ष तक कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि स्वच्छ चरित्र और सुसंस्कृत नेतृत्व की प्रेरणा आज भी उन्हें उनसे मिलती है। उन्होंने बताया कि महायुती सरकार द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों पर शिवराज पाटील चाकूरकर अक्सर स्वयं फोन कर प्रशंसा करते थे। जलयुक्त शिवार अभियान लागू होने के बाद उनसे हुई प्रत्यक्ष भेंट और चर्चा की स्मृति भी मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर साझा की।




