
मुंबई। कस्तूरबा मार्ग पुलिस ने त्रिवेणी डेवलपर्स के डायरेक्टर मिहिर अशोक जेठवा और उनके पिता अशोक जेठवा को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि बाप-बेटे की जोड़ी ने एक ही फ्लैट कई खरीदारों को बेचकर कुल 1.87 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की। पुलिस के अनुसार, उनके खिलाफ अब तक 10 से अधिक धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। घटना के अनुसार, बोरिवली के 73 वर्षीय गुरुराजा राव ने नौ साल पहले एक फ्लैट में निवेश करने के लिए त्रिवेणी डेवलपर्स से संपर्क किया। उन्हें विंग ए की 19वीं मंजिल, फ्लैट नंबर 1901 देने का वादा किया गया और उन्होंने भरोसा करते हुए 1.51 करोड़ रुपए का भुगतान किया। उन्हें अलॉटमेंट लेटर भी मिला, लेकिन बाद में पता चला कि वही फ्लैट किसी और को बेच दिया गया। जब राव ने जेठवा से शिकायत की, तो उन्हें दूसरे प्रोजेक्ट में फ्लैट देने का आश्वासन दिया गया, लेकिन अगस्त 2023 तक पजेशन नहीं मिला और प्रोजेक्ट अधूरा रहा। इसी तरह, एक और पीड़ित कपल नेहा पटेल और रितेश पटेल को भी धोखा दिया गया। उन्हें न्यू शिवकृपा कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी के बी विंग का फ्लैट देने का वादा किया गया और 36.18 लाख रुपए का भुगतान किया गया। उन्हें न तो पजेशन मिला और न ही मालिकाना हक, क्योंकि फ्लैट किसी और को बेचा गया था।पीड़ितों ने मनी वापसी की मांग की, लेकिन जेठवा ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी और महाराष्ट्र ओनरशिप फ्लैट्स एक्ट (MOFA) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया और उन्हें पुलिस हिरासत में भेजा गया। जांच के दौरान यह भी पता चला कि मिहिर और अशोक जेठवा पहले भी कई धोखाधड़ी मामलों में शामिल थे, जिनमें कस्तूरबा मार्ग पुलिस स्टेशन में पांच केस, बोरीवली पुलिस स्टेशन में चार और एमएचबी पुलिस स्टेशन में एक केस शामिल है। पुलिस ने बताया कि बाप-बेटे की जोड़ी को एक और धोखाधड़ी मामले में भी गिरफ्तार किया गया है। कस्तूरबा मार्ग पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई बिल्डरों द्वारा की जा रही धोखाधड़ी को रोकने और पीड़ितों के हक की सुरक्षा के लिए अहम कदम है।




