
मुकेश ‘कबीर’
नरेंद्र मोदी के बारे में कोई कुछ भी कहे लेकिन एक बात तो सर्वमान्य होगी कि उन्होंने देश की राजनीति को पूरी तरह से बदल दिया है, सीधे तौर पर कहें तो मोदीजी ने राजनीति में भूचाल ला दिया है। मोदी जी से पहले भारत की राजनीति में कोई रोमांच नहीं था, यहां तक कि लोग न्यूज भी ठीक से नहीं देखते थे लेकिन आज लोग टीवी के सामने ही बैठे रहते हैं न्यूज देखते हैं डिबेट सुनते हैं और तो और बड़ी संख्या में पोलिटिकल डिबेट में शामिल होते हैं। यह मोदी फैक्टर ही है कि जो मध्यम वर्ग खुद को राजनीति से दूर रखता था, सिर्फ करिअर ओरिएंटेड ही था वह भी आज राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने लगा है। लगे हाथ इसी में महिलाओं की भूमिका की समीक्षा भी कर ली जाये। आज मोदी जी ने सबसे बड़ा क्रांतिकारी परिवर्तन यही किया है कि देश की महिलाएँ अब राजनीति में बहुत बड़ी मात्रा में सक्रिय हुई हैं, जो गृहणियां पहले राजनीति को अछूत मानती थीं वे आज चुनावी राजनीति कर रही हैं। आजादी के आंदोलन में जो काम महात्मा गांधी ने किया था वही काम आज मोदीजी ने किया है। आज देश में हर वर्ग की महिलाएँ यदि राजनीति में सक्रिय हैं तो उसका सबसे बड़ा कारण हैं नरेंद्र मोदी। छोटे छोटे गाँव की महिलाएं भी आज मोदी भक्त हैं, वो किसी नेता को जानती हैं तो सिर्फ मोदी जी को। उनको भले ही अपने गाँव के सरपंच नाम पता नहीं होगा लेकिन मोदी का नाम ऐसे लेती हैं जैसे वो इनके घर के सदस्य हों। मुझे अपने कार्यक्रमों के लिए पूरे देश में जाने का सौभाग्य मिलता है, महानगर से लेकर पंचायत तक मैं जाता हूँ तब यह परिवर्तन और मोदी प्रेम मैंने प्रत्यक्ष रूप से देखा है। आज हालत यह है कि महिलाएँ मोदी के खिलाफ़ सुनना भी नहीं चाहती, पहले इतना सपोर्ट महिलाएँ सिर्फ गांधी जी का करती थीं। असल में मोदीजी से पहले राजनीति ख़ासकर चुनावी राजनीति सिर्फ डंडों और गुंडों से चलती थी और उत्तर भारत में तो चुनाव सिर्फ नाम के लिए होते थे,असली काम तो दादागिरी से ही होता था। महिलाओं में डर का इतना माहौल था कि महिलाएं चुनाव लड़ना तो दूर, वोट डालने भी नहीं जाती थीं लेकिन मोदीजी उनको न केवल बूथ तक लाने में सफल हुए हैं बल्कि वोट किसको देना हैं और क्यों देना है यह समझाने में भी सफल हुए हैं। इसीलिए इन दिनों महिलाओं का वोटिंग पर्सेंटेज बहुत तेजी से बढ़ा है और खास बात यह है महिलाओं का वोट ज्यादातर सिर्फ और सिर्फ मोदीजी को जाता है फिर चाहे वो किसी भी वर्ग या समाज की हो। कई घरों का हाल तो यह है कि पुरुष विपक्षी पार्टी को वोट देते हैं लेकिन उनके घर की महिलाओं का वोट फिक्स है मोदी को। महिलाओं को यह खुद का निर्णय लेने की ताकत भी मोदीजी ने ही दी है। पहले महिलाएं पिता,भाई,पति, जेठ या ससुर के कहने से वोट डालती थीं। लेकिन अब वो मोदी को ही वोट देती हैं और मीडिया में आकर भी साफ़ साफ़ कहती हैं हम तो मोदी को जिताएंगे और बाजू में खड़े उनके पति के पास चुपचाप सुनने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं होता है। महिलाओं में इतनी पॉपुलरटी आज तक किसी प्रधानमंत्री की नहीं रही।
असल में आजकल मीडिया घर घर में है महिलाओं तक राजनीति की डायरेक्ट पहुंच है, आज गृहणियां भी दुनिया की घटनाओं से पूरी तरह वाकिफ़ रहती हैं और विश्व के सभी नेताओं को देखती सुनती रहती हैं इसलिए उनको सब पता रहता है कि कौन नेता कैसा है। मोदीजी जिस तरह से अपनी और देश की बात रखते हैं उस से हर कोई प्रभावित हो जाता है। संभवत: सारी दुनिया में इतनी सीधी बात करने वाला कोई नेता नहीं है, मोदीजी का यही अंदाज़ महिलाओं को बहुत भाता है। ना सिर्फ भारतीय महिलाओं को बल्कि विदेशी महिलाओं को भी मोदी की सहजता और सरलता प्रभावित करती है। मोदीजी हमेशा प्रेजेंटेबल भी रहते हैं इसलिए भी महिलाओं और युवाओं को बहुत प्रभावित करते हैं जबकि हमने पहले ऐसे ऐसे नेता भी देखे हैं जिन्हें सीधे तौर पर गंवार कहें तो भी कोई आत्मग्लानि नहीं होगी। उत्तर भारत में तो ऐसे अनपढ़ और गंवार नेता बहुत होते थे लेकिन मोदी जी ने राजनीति को सुधार दिया, अब बाहुबलियों का महत्व नहीं रहा और ना ही जातिवादियों का, अब तो विकास की राजनीति ही रह गई है। अब आप किसी भी पार्टी के हों लेकिन आप जीतेंगे तभी जब आपके पास कोई विकास का एजेंडा हो, आप जीतेंगे तभी जब महिलाएं आपके सामने सुरक्षित महसूस करें, आप जीतेंगे तभी जब आप देश हित की मंशा रखते हों, यह राजनीतिक शुचिता ही देश को मोदी जी की सबसे बड़ी देन है। मंचीय भाषा में कहा जाये तो राजनीति को गंगाजल से धोने वाले प्रधानमंत्री हैं मोदी जी। हार्दिक शुभकामनाएं…




