
पालघर। पालघर में 8 नवंबर की रात आभूषण की दुकान में हुई 3.72 करोड़ रुपये की सनसनीखेज चोरी का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में कुल पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक सूरत से और चार भारत-नेपाल सीमा के गौरीफंटा से। सभी आरोपी नेपाल के नागरिक हैं, जो पालघर में अलग-अलग जगहों पर चौकीदार के रूप में काम करते हुए इस वारदात की योजना बना रहे थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 3.28 करोड़ रुपये का चोरी का माल बरामद किया है, जिसमें सोना, चांदी और नकदी शामिल है। यह चोरी पालघर (पूर्व) के अशोका शॉपिंग सेंटर में स्थित पीयूष दिनेश जैन की नाकोडा ज्वैलरी में हुई थी। दुकान मालिक को सुबह पता चला कि चोरों ने पहले जान्हवी फ़ैशन में सेंध लगाने के बाद दीवार में बड़ा छेद कर उनकी दुकान में प्रवेश किया था। पूरी दुकान अस्त-व्यस्त थी और तिजोरी को गैस कटर से काटा गया था। चोर 5.420 किलो सोना, 40 किलो चांदी और ₹20 लाख नकद लेकर फरार हो गए थे। घटना के बाद पालघर के एसपी यतीश देशमुख और एडिशनल एसपी विनायक नरले के मार्गदर्शन में कई टीमें गठित की गईं। सीसीटीवी फुटेज की जाँच में इमारत के चौकीदार को कुछ संदिग्ध लोगों की मदद करते हुए देखा गया, जिससे पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिला। तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस दल नेपाल सीमा तक पहुँचा, जहाँ बिछाए गए जाल में चार आरोपी दीपक नर बहादुर सिंह, भुवन सिंह जवान सिंह चेलावुने, जीवन कुमार रामबहादुर थारू और खेमराज कुलपति देवकोटा- गिरफ्तार हुए। वहीं पाँचवाँ आरोपी अर्जुन दाम बहादुर सोनी सूरत से पकड़ा गया। इन आरोपियों के पास से पुलिस ने 2,255.68 ग्राम सोना, 41.420 किलो चांदी और 4.94 लाख रुपए नकद बरामद किए। अब तक कुल 3.28 करोड़ रुपए का माल बरामद किया जा चुका है। पुलिस के अनुसार, इस गिरोह के चार और सदस्य फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। घटना के बाद पूरे जिलें में सुरक्षा व्यवस्था और चौकीदारों की सत्यापन प्रक्रिया को लेकर भी नए सिरे से समीक्षा शुरू कर दी गई है।




