
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को प्रगति मैदान में आयोजित 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में महाराष्ट्र मंडप का अवलोकन किया। भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) द्वारा आयोजित इस मेले में महाराष्ट्र सरकार की ओर से महाराष्ट्र लघु उद्योग विकास निगम ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा पर आधारित 1098 वर्ग मीटर के महाराष्ट्र मंडप की स्थापना की है, जिसका डिज़ाइन छत्रपति शिवाजी महाराज की ऐतिहासिक विरासत से प्रेरित है। 14 नवंबर से शुरू हुआ यह मेला 27 नवंबर तक चलेगा। इस अवसर पर महावितरण के एमडी लोकेश चंद्र, उद्योग विभाग के सचिव डॉ. पी. अंबाल्गन, महाराष्ट्र सदन की रेजिडेंट कमिश्नर आर. विमला, तथा महाराष्ट्र लघु उद्योग विकास निगम के प्रबंध निदेशक विवेक पानसरे सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। मंडप का उद्घाटन उद्योग मंत्री उदय सामंत ने किया। फडणवीस ने महाराष्ट्र राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम, विभिन्न स्वयं सहायता समूहों, मराठी भाषा के स्टॉलों, पैठणी बुनकरों और अन्य प्रदर्शनी स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने पैठणी साड़ियाँ, कोल्हापुरी चप्पलें, चमड़े के उत्पाद, घरेलू सजावट की वस्तुएँ, हस्त चित्रकारी, जैविक उत्पाद, खादी, लकड़ी और बांस से बने उत्पादों सहित कई वस्तुओं का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत कर उनके उत्पादों और उनकी यात्रा के बारे में जानकारी भी प्राप्त की। मुख्यमंत्री फडणवीस ने राष्ट्रीय राजधानी में महाराष्ट्र के श्रेष्ठ उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए उद्योग विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से राज्य के पारंपरिक उद्योगों, हस्तशिल्पों और स्थानीय उद्यमियों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलती है। उद्योग विभाग के सचिव डॉ. पी. अंबाल्गन ने मेले की अवधारणा और विभाग द्वारा किए गए कार्यों की विस्तृत जानकारी दी, वहीं रेजिडेंट कमिश्नर आर. विमला ने विभिन्न उत्पादों और स्टॉलों से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी साझा की। इस वर्ष के व्यापार मेले में झारखंड को फोकस राज्य का दर्जा मिला है, जबकि उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और राजस्थान को भागीदार राज्य के रूप में विशेष स्थान दिया गया है।




