
बागलकोट। कर्नाटक के बागलकोट जिले में गन्ने के मूल्य को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन गुरुवार को और भी उग्र हो गया। मुधोल तालुक के सैदापुरा गांव में समीरवाड़ी के पास गोदावरी कारखाने के बाहर खड़ी १०० से अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में आग लगा दी गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। किसानों की मुख्य मांग है कि गन्ने का मूल्य ३,५०० रुपये प्रति टन तय किया जाए, जबकि सरकार द्वारा निर्धारित कीमत ३,३०० रुपये है। पिछले एक सप्ताह से चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान आज मुधोल कस्बा पूरी तरह बंद रहा। प्रदर्शन तब चरम पर पहुंचा जब चीनी मिल मालिकों ने किसानों से सीधे बातचीत करने से इंकार कर दिया। किसानों ने सुबह से ही ट्रैक्टर रैली निकाली और फैक्ट्री का घेराव किया। इस दौरान, गन्ना ले जा रहे एक ट्रैक्टर को रोककर तोड़ दिया गया और उसमें आग लगा दी गई, जिससे कतार में खड़ी अन्य ट्रॉलियों में भी आग फैल गई। मंत्री शिवानंद पाटिल ने कहा कि यह किसानों का काम नहीं, बल्कि कुछ उपद्रवियों का कृत्य है। उन्होंने बताया कि जिला मंत्री पिछले तीन दिनों से मुधोल में किसानों और कारखानों से बातचीत कर रहे हैं और राज्य में कहीं भी ऐसा नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घटना की जानकारी लेते हुए बागलकोट के डीसी और एसपी से संपर्क किया और जिला प्रभारी मंत्री थिम्मापुरा को घटना की पूरी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। पुलिस फिलहाल इलाके में शांति बनाए रखने और दोषियों की पहचान करने में लगी हुई है।




