
मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य समाज के अंतिम तबके के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना होना चाहिए, और भारतीय प्रशासनिक सेवा को इस दिशा में अपनी भूमिका मजबूती से निभानी चाहिए। उन्होंने नवप्रवेशी आईएएस अधिकारियों से नागरिक-केंद्रित और जवाबदेह प्रशासन प्रणाली विकसित करने का आह्वान किया तथा कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित तकनीकों का उपयोग शासन को अधिक प्रभावी बना सकता है। वर्ष 2024 बैच के आठ परिवीक्षाधीन भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारियों ने मुख्यमंत्री फडणवीस से वर्षा आवास पर भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. श्रीकर परदेशी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र देश का सबसे अधिक शहरीकृत राज्य है, जहाँ ग्रामीण और नगरीय विकास दोनों पर समान ध्यान देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राज्य में नगरीय प्रशासन के क्षेत्र में आईएएस अधिकारियों के पास काम करने के बड़े अवसर हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार संतुलित और सर्वांगीण औद्योगिक विकास के लिए 100 सुधार लागू कर रही है। इन सुधारों के लिए एक ‘वॉर रूम’ बनाया गया है और बाहरी सलाहकारों के बजाय अनुभवी अधिकारियों की समिति गठित की गई है, जिनके अनुभव से ठोस परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने गैर-कृषि लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया है, ताकि राज्य में निवेश और औद्योगिक विकास को गति मिल सके। मुख्यमंत्री फडणवीस ने यह भी जानकारी दी कि राजस्व विभाग के अंतर्गत कई प्रक्रियाओं को ब्लॉकचेन प्रणाली में लाया जा रहा है, जिससे सेवाएँ अधिक तेज़ और सटीक हो रही हैं। सरकार ने प्रशासनिक नीतियों और प्रक्रियाओं के ‘अवलोकन’ और ‘पुनर्रचना’ के लिए 150-दिवसीय कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके माध्यम से कई सुधार लागू किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार का लक्ष्य राज्यभर में सार्वभौमिक औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन देना है। मुंबई और पुणे की तर्ज़ पर छत्रपति संभाजी नगर, नागपुर और नासिक जैसे क्षेत्रों में भी नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं। विदर्भ क्षेत्र में नागपुर-अमरावती औद्योगिक कॉरिडोर बनाया जा रहा है, जबकि अमरावती में पीएम मित्र पार्क और टेक्सटाइल पार्क के कारण औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र तैयार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरावती हवाई अड्डे को नागरिक यातायात के लिए खोल दिया गया है और एयर इंडिया यहाँ एशिया का सबसे बड़ा पायलट प्रशिक्षण संस्थान स्थापित कर रही है। वहीं, गढ़चिरौली अब ‘इस्पात नगरी’ के रूप में उभर रहा है, जहाँ तीन लाख करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश के लिए समझौते हुए हैं। फडणवीस ने कहा कि समृद्धि राजमार्ग ने राज्य की राजधानी और उप-राजधानी के बीच तेज़ संपर्क सुनिश्चित किया है, जबकि शक्ति पीठ राजमार्ग मराठवाड़ा के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। छत्रपति संभाजी नगर में टोयोटा किर्लोस्कर कंपनी की नई परियोजना भी औद्योगिक विकास को गति देगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने परिवीक्षाधीन अधिकारियों का परिचय कराया और उनसे बातचीत की। अधिकारियों ने अपने अब तक के अनुभव साझा किए और महाराष्ट्र में प्रशासनिक व्यवस्था को और बेहतर बनाने के सुझाव भी दिए। मुख्यमंत्री ने उन्हें जनता-केंद्रित, तकनीक-सक्षम और पारदर्शी शासन प्रणाली की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा दी।




