
झांसी, उत्तर प्रदेश। बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में निर्मल हॉस्पिटल में आज आधुनिक डायलिसिस वार्ड का शुभारंभ किया गया। इस वार्ड में किडनी रोगियों के लिए अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से डायलिसिस की सुविधा शुरू की गई है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अब मरीजों को महंगे इलाज के लिए ग्वालियर या अन्य बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। डायलिसिस वार्ड का संचालन वरिष्ठ डायलिसिस विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में किया जाएगा। डॉक्टर डी.एन.मिश्रा और उनके पुत्र डॉ. मनोज मिश्रा के नेतृत्व में यह नई सुविधा शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में मरीजों का इलाज पूरी पारदर्शिता और उचित दरों पर किया जाएगा। अस्पताल में आयुष्मान भारत कार्ड के तहत भी मरीजों का डायलिसिस और इलाज कराया जा सकेगा, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को विशेष लाभ मिलेगा। डॉ. मनोज मिश्रा ने बताया कि निर्मल हॉस्पिटल में नवीनतम तकनीक से लैस उच्च गुणवत्ता वाली डायलिसिस मशीनें लगाई गई हैं, जो मरीजों को सुरक्षित और प्रभावी उपचार प्रदान करेंगी। उन्होंने कहा-हमारा उद्देश्य है कि बुंदेलखंड के किसी भी मरीज को अपने इलाज के लिए दूर-दराज न जाना पड़े। यहां हर मरीज को उचित जांच, सटीक निदान और ईमानदार उपचार की गारंटी दी जाती है। डायलिसिस विभाग के उद्घाटन अवसर पर दिल्ली से आए विशेषज्ञ डॉक्टर तरुण मोंगा और मोहम्मद नोमान भी उपस्थित रहे। उन्होंने मशीनों की गुणवत्ता और चिकित्सा मानकों की सराहना की और कहा कि यह वार्ड क्षेत्र के हजारों किडनी मरीजों के लिए वरदान साबित होगा। उद्घाटन कार्यक्रम में अस्पताल के सहायक अध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्रा, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. डी. एन. मिश्रा, स्टाफ सदस्य राहुल कुमार सिंह सहित अनेक स्वास्थ्यकर्मी और स्थानीय लोग उपस्थित थे। निर्मल हॉस्पिटल की यह पहल बुंदेलखंड के स्वास्थ्य ढांचे में एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है, जो आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं को सुलभ और सस्ता बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगी।




