
देवेश प्रताप सिंह राठौर
झांसी। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग लखनऊ द्वारा आयोजित वन रक्षक एवं वन्यजीव रक्षक मुख्य परीक्षा-2025 रविवार को झांसी जनपद में पूर्ण पारदर्शिता और शांति पूर्वक सम्पन्न हुई। परीक्षा के दौरान पूरे नगर क्षेत्र में सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। अपर जिलाधिकारी प्रशासन शिव प्रताप शुक्ल और पुलिस अधीक्षक नगर प्रीति सिंह ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने परीक्षा की सुचिता सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे, वॉइस रिकॉर्डर, विद्युत व्यवस्था, पेयजल, शौचालय और रैंप जैसी सुविधाओं की समीक्षा की। सभी परीक्षा केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, मोबाइल फोन और एंड्रॉइड डिवाइस के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया गया था।
परीक्षा की निगरानी के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम से सभी 20 परीक्षा केंद्रों की सतत निगरानी की गई। सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे और वॉइस रिकॉर्डर सक्रिय रहे। परीक्षा के दौरान स्टैटिक मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेट लगातार भ्रमणशील रहे और धारा 163 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत अनुशासन बनाए रखा गया। परीक्षा की निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए आयोग के सदस्य सुभाष सिंह बघेल ने भी विभिन्न परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर पहुंचकर प्राचार्य कक्ष में बने कमांड कंट्रोल रूम से परीक्षा की वास्तविक स्थिति देखी और रिकॉर्डिंग की जांच की। उन्होंने निरीक्षकों को निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में नकल या डुप्लीकेट अभ्यर्थियों की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रवेश पत्रों की गंभीर जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को प्रवेश देने के निर्देश भी दिए गए। नोडल अधिकारी शिव प्रताप शुक्ल ने बताया कि परीक्षा में कुल 8544 परीक्षार्थियों को सम्मिलित होना था, जिनमें से 1944 उपस्थित रहे जबकि 6600 अभ्यर्थी अनुपस्थित पाए गए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन शिव प्रताप शुक्ल, पुलिस अधीक्षक नगर प्रीति सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक रति वर्मा सहित प्रशासनिक व पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। प्रशासन ने परीक्षा को पूरी तरह नकलविहीन और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने में सफलता हासिल की।




