
चंडीगढ़। हरियाणा राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, फरीदाबाद की टीम ने शुक्रवार को पलवल शहर के पटवारी नवीन को 30,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई ब्यूरो को मिली एक शिकायत के आधार पर की गई, जिसके बाद टीम ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और आरोपी को उसके कार्यालय, पटवार पलवल से पकड़ा। शिकायतकर्ता ने ब्यूरो को दी अपनी शिकायत में बताया कि वर्ष 2006 में उसकी माता ने नई बस्ती सल्लागढ़ में 100 गज का प्लॉट खरीदा था, जिसकी रजिस्ट्री उसी वर्ष कराई गई थी। जब शिकायतकर्ता ने उक्त संपत्ति की म्युटेशन (नामांतरण) कराने के लिए पटवारी नवीन से संपर्क किया, तो उसने रजिस्ट्री की प्रति लेकर अपने कंप्यूटर ऑपरेटर रूपेश को म्युटेशन चढ़ाने के निर्देश दिए। आरोप है कि रूपेश ने पटवारी नवीन की मिलीभगत से शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। बार-बार निवेदन करने पर राशि घटाकर पहले 50,000 रुपये और फिर अंततः 40,000 रुपये तय की गई। इसमें 30,000 रुपये अग्रिम और शेष 10,000 रुपये म्युटेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद देने की बात तय हुई थी। ब्यूरो की टीम ने ट्रैप ऑपरेशन के दौरान पटवारी नवीन को 30,000 रुपये की पहली किस्त लेते हुए पकड़ लिया। उसके खिलाफ अभियोग संख्या 27, दिनांक 7.11.2025, धारा 7, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल कंप्यूटर ऑपरेटर रूपेश की गिरफ्तारी लंबित है और मामले की आगे की जांच जारी है।




