
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान गुरुवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। मतदान के बाद राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी जीत का दावा करना शुरू कर दिया है। इस क्रम में कांग्रेस पार्टी ने कहा कि पहले चरण के मतदान के रुझानों से स्पष्ट हो गया है कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनने वाली है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “बिहार में परिवर्तन की बयार बह रही है। पहले चरण के मतदान में यह स्पष्ट रूप से दिखा। लोगों के चेहरे पर आक्रोश और गुस्सा स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। बीजेपी के कई नेताओं को विरोध का सामना करना पड़ा। इससे यह संकेत मिलता है कि बिहार में महागठबंधन के पक्ष में जनसंपर्क और समर्थन बढ़ रहा है। पवन खेड़ा ने चुनाव आयोग की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि कई मतदाता मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच पाए, जैसे दानापुर में मतदाताओं के लिए नाव की व्यवस्था नहीं की गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ बीजेपी नेताओं ने दिल्ली में मतदान किया और बिहार में भी मतदान करने की कोशिश की। खेड़ा ने आगे कहा- आज बिहार का मतदाता गुस्से में वोट दे रहा है। नौजवान, व्यापारी और महिलाएं अपने बच्चों की बेरोजगारी को लेकर नाराज हैं। यह स्थिति आगामी दूसरे चरण में भी दिखाई देगी। पहले चरण में लगभग 65 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले 2020 के चुनाव की तुलना में लगभग 8 प्रतिशत अधिक है। पहले चरण के मतदान का आंकड़ा 121 विधानसभा सीटों पर दर्ज किया गया। दूसरे चरण में 11 नवंबर को 122 सीटों पर मतदान होगा, जबकि नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस पहले चरण के मतदान के आधार पर कांग्रेस ने महागठबंधन की जीत का भरोसा जताया है और राज्य में बदलाव की बयार का संकेत दिया है।




