
उत्तान-विरार समुद्री पुल और लिंक रोड परियोजना को मंजूरी
मुंबई। मुंबई और पुणे में यातायात दबाव और बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में कैबिनेट इंफ्रास्ट्रक्चर समिति ने नरीमन पॉइंट से विरार तक विभिन्न सड़क और पुल परियोजनाओं का विस्तार करने का निर्णय लिया। मुंबई में 24.35 किलोमीटर लंबा उत्तान-विरार समुद्री पुल बनाया जाएगा, जिसे आगे वधान बंदरगाह तक जोड़ने के लिए संपर्क सड़क तैयार की जाएगी। इस परियोजना में 9.32 किलोमीटर लंबा उत्तान लिंक रोड, 2.5 किलोमीटर लंबा वसई लिंक रोड और 18.95 किलोमीटर लंबा विरार लिंक रोड शामिल हैं। इसके अलावा नॉर्थ-साउथ रोड लिंक, साउथ कोस्ट रोड, बांद्रा-वर्ली सी ब्रिज और अटल ब्रिज का काम पूरा हो चुका है, जबकि ऑरेंज गेट टनल, वर्सोवा-बांद्रा सी ब्रिज, नॉर्थ कोस्ट रोड और दिल्ली-मुंबई हाईवे परियोजनाएँ प्रगति पर हैं। उत्तान-विरार सी ब्रिज और विरार-अलीबाग मल्टीपर्पज कॉरिडोर का निर्माण भी प्रस्तावित है और इन रिंग रोड परियोजनाओं का कार्य मार्च-जून 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। नासिक में 66 किलोमीटर लंबी इंटर-रिंग रोड और आवश्यक भूमि अधिग्रहण को मंजूरी दी गई है, जिसका खर्च नासिक त्र्यंबकेश्वर कुंभ मेला प्राधिकरण वहन करेगा।
पुणे में भी यातायात सुधार के लिए मेट्रो नेटवर्क और रोड नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मेट्रो परियोजनाओं को छह कोच वाली ट्रेन के अनुसार तैयार किया जाए और तीन साल में पूर्ण किया जाए। इसके तहत चिंचवड़ नगर निगम से निगडी तक 4.4 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड मेट्रो जनवरी 2027 तक पूरा होगा, स्वरगेट से कटराज तक भूमिगत मेट्रो मार्च 2029 तक पूरी होगी और वनज से चांदनी चौक तथा रामवाड़ी से वाघोली/विट्ठलवाड़ी तक का कॉरिडोर जुलाई 2029 तक तैयार होगा। हडपसर-लोनी कालभोर कॉरिडोर और हडपसर बस डिपो से सासवड कॉरिडोर का निर्माण करते हुए पुरंदर हवाई अड्डे तक पहुँचने के लिए सुरंग और बहु-स्तरीय पार्किंग सुविधाएँ विकसित की जाएँगी। मुख्यमंत्री ने खराडी-हडपसर-स्वरगेट-खड़कवासला परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया तुरंत शुरू करने और पुणे मेट्रो लाइन 3 को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश भी दिए। इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद मुंबई और पुणे में यातायात निर्बाध होगा और यात्रियों को सुविधा व समय दोनों में सुधार का लाभ मिलेगा।



