
मुंबई। पुणे जिले के जुन्नार, अंबेगांव, राजगुरुनगर और शिरूर क्षेत्रों में तेंदुओं के हमलों से हुई जनहानि को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने गंभीरता दिखाई है। मंगलवार को वन मंत्री गणेश नाइक ने कहा कि यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और इसके निवारण के लिए दीर्घकालिक व तत्काल कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने घोषणा की कि प्रभावित क्षेत्रों में 200 पिंजरे तुरंत लगाए जाएंगे, जबकि 1,000 नए पिंजरों की खरीद युद्धस्तर पर की जाएगी। साथ ही, नागरिकों को तेंदुओं की गतिविधियों की जानकारी देने के लिए उपग्रह-आधारित कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक से ‘अलर्ट सिस्टम’ भी शुरू किया जाएगा। इस विषय पर मंत्रालय में वन मंत्री गणेश नाइक की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें पूर्व मंत्री दिलीप वाल्से-पाटिल, पूर्व सांसद शिवाजीराव अधलराव पाटिल, प्रवक्ता वसंतराव जाधव, जिला परिषद सदस्य आशा बुचके, जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष नाथाभाऊ शेवाले और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मिलिंद म्हैसकर, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एम. श्रीनिवास राव, मुख्य वन संरक्षक जितेंद्र रामगांवकर, पुणे के वन संरक्षक आशीष ठाकरे भी बैठक में शामिल हुए। वहीं, पुणे के जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी और जिला पुलिस प्रमुख संदीप सिंह गिल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित रहे। बैठक में मंत्री नाइक ने स्पष्ट निर्देश दिए कि तेंदुओं की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए वन विभाग के कर्मियों की तैनाती बढ़ाई जाए। केंद्र सरकार की अनुमति से तेंदुओं को पकड़कर अन्य जंगलों या उपयुक्त स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेतों और गौशालाओं के चारों ओर बिजली की बाड़ लगाने, एआई तकनीक से नागरिकों को तेंदुओं की आवाजाही की जानकारी देने और दिन में किसानों को पूर्ण बिजली उपलब्ध कराने के उपाय किए जाएंगे। जिला योजना निधि से तत्काल 200 पिंजरों की खरीद की जाएगी, जबकि वन विभाग निधि से 1,000 अतिरिक्त पिंजरों के लिए 10 करोड़ रुपये जारी किए जाएंगे। मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि आवश्यक वाहन, पिंजरे और उपकरण तत्काल उपलब्ध कराए जाएँ और किसी भी प्रकार की धनराशि की कमी न होने दी जाए, क्योंकि यह नागरिकों की सुरक्षा का मामला है। इसके अलावा, इस क्षेत्र में तेंदुओं की आबादी नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार को नसबंदी (स्टरलाइजेशन) का प्रस्ताव भेजा गया है। नाइक ने कहा कि इस प्रस्ताव को मंजूरी दिलाने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय वन मंत्री से जल्द मुलाकात करेगा। पिछले कुछ दिनों में तेंदुओं के हमलों में चार लोगों की मौत हो चुकी है। मंत्री नाइक ने कहा कि कल हुई घटना के बाद वन विभाग ने एक तेंदुए को पकड़ लिया है और उसे अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही घटनास्थल का दौरा करेंगे और जनप्रतिनिधियों से विस्तृत चर्चा करेंगे।



