
मुंबई। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने नागरिकों को कोस्टा ऐप सेविंग नामक एक अपंजीकृत ऑनलाइन निवेश प्लेटफ़ॉर्म में पैसा लगाने से सावधान रहने की चेतावनी दी है। यह ऐप कथित तौर पर ऊंचे मुनाफे के झूठे वादों के ज़रिए कई लोगों को ठग चुका है। मंगलवार को अपने आधिकारिक हैंडल एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की गई एक एडवाइजरी में, मुंबई पुलिस ने बताया कि ईओडब्ल्यू को इस ऐप की धोखाधड़ी गतिविधियों से जुड़ी कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं। पुलिस के मुताबिक, यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है, लेकिन यह भारतीय रिज़र्व बैंक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) या किसी अन्य सरकारी नियामक संस्था द्वारा न तो पंजीकृत है और न ही अधिकृत। पुलिस ने नागरिकों को आगाह किया कि किसी भी वित्तीय प्लेटफ़ॉर्म पर निवेश करने से पहले उसकी वैधता की पुष्टि अवश्य करें। ईओडब्ल्यू ने कहा- कोस्टा ऐप सेविंग एक अपंजीकृत प्लेटफ़ॉर्म है और इसके ज़रिए निवेश करना वित्तीय जोखिम से भरा है। नागरिकों को किसी भी अनधिकृत या अनियमित ऐप पर निवेश करने से सख़्ती से परहेज़ करना चाहिए।
शिकायत और सतर्कता के निर्देश
पुलिस ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति ने इस ऐप के माध्यम से निवेश किया है और ठगा गया है, तो वह सीधे आर्थिक अपराध शाखा से संपर्क कर सकता है या ईमेल के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकता है। ईओडब्ल्यू ने लोगों को याद दिलाया कि वित्तीय धोखाधड़ी रोकने में सतर्कता सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। निवेशकों से कहा गया कि किसी भी प्लेटफ़ॉर्म की विश्वसनीयता जांचे बिना उसमें पैसा लगाने से बचें और केवल RBI या SEBI द्वारा अधिकृत संस्थाओं में ही निवेश करें। पुलिस ने पोस्ट में लिखा-#TooGoodToBeTrue और #InvestSafe आपकी सतर्कता ही आपकी सुरक्षा है। निवेश करने से पहले पुष्टि करें। यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब देशभर में डिजिटल निवेश घोटाले तेज़ी से बढ़ रहे हैं, जहाँ धोखेबाज़ ऊंचे रिटर्न का वादा कर निवेशकों से करोड़ों रुपये ठग रहे हैं।



