
पुणे। महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पुणे के कोंढवा इलाके से जुबेर हंगरगेकर नामक एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है, जो कथित रूप से कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल था और एक प्रतिबंधित संगठन से जुड़े होने का आरोप है। उस पर कठोर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे अदालत में पेश करने के बाद 4 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। जुबेर के घर की तलाशी के दौरान एटीएस टीम को कई आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले। इन दस्तावेजों में ऐसी सामग्री थी, जिसका इस्तेमाल कट्टरपंथ फैलाने और युवाओं को उकसाने के लिए किया जा सकता था। टीम ने उपकरणों की जांच कर यह पता लगाया कि जुबेर किन लोगों के संपर्क में था और उसकी नेटवर्किंग किस हद तक फैली हुई थी। सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में एटीएस ने आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े एक मामले में पुणे में छापेमारी की थी। उसी दौरान जुबेर हंगरगेकर जांच के दायरे में आया और प्रारंभिक जांच में संदिग्ध जानकारियां सामने आईं। इसके बाद उसकी गतिविधियों पर कई दिनों तक सतर्क निगरानी रखी गई। पर्याप्त सबूत मिलने के बाद सोमवार को उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच अभी जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि जुबेर किससे संपर्क में था और उसके पीछे कोई बड़ा मॉड्यूल सक्रिय तो नहीं। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि समय रहते यह कार्रवाई न की जाती, तो राज्य में किसी बड़ी साजिश को अंजाम दिया जा सकता था। एटीएस ने कहा कि जुबेर की गिरफ्तारी और उसके घर से बरामद सामग्री से संभावित आतंकी गतिविधियों को रोकने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। जांच टीम अब उसकी आपराधिक नेटवर्किंग और किसी अन्य संभावित सहयोगियों के बारे में जानकारी जुटा रही है।




