
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन यानी इंडिया ब्लॉक ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद और वीआईपी के मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया है। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार यह कदम सत्तारूढ़ एनडीए पर चुनावी दबाव बनाने और विपक्षी एकता को स्पष्ट करने के लिए रणनीतिक रूप से उठाया गया है। बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव 6 और 11 नवंबर को होंगे, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पटना में विपक्षी सीएम चेहरे की घोषणा कर विपक्ष के भीतर एकता और हाशिए पर पड़े समूहों को संदेश दिया। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ओबीसी समुदाय से आते हैं, जबकि मुकेश सहनी मछुआरा समुदाय से हैं। इस बार उनके सीएम और उपमुख्यमंत्री चेहरे के चयन से इंडिया ब्लॉक को पिछड़े वर्गों और युवा मतदाताओं को लुभाने में मदद मिलेगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक और एआईसीसी पदाधिकारी अविनाश पांडे ने कहा कि इससे विपक्ष के भीतर नेतृत्व के मुद्दे पर स्पष्टता आई है और सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही कलह भी कम हुई है।
22 अक्टूबर को राहुल गांधी ने गहलोत को पटना भेजकर गठबंधन के भीतर मतभेद सुलझाने का काम सौंपा था। गुरुवार को महागठबंधन ने एकजुटता का प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने कहा कि तेजस्वी यादव को सीएम चेहरा बनाने से युवा मतदाता आकर्षित होंगे और भाजपा की पोल खुलेगी। जावेद ने यह भी कहा कि एनडीए अपने सहयोगी के समर्थन के बावजूद मुख्यमंत्री पद की घोषणा करने में विलंब कर रहा है, जबकि महागठबंधन एकजुट है और बिहार की जनता इस एकता की सराहना कर रही है। कांग्रेस सूत्रों ने यह भी स्पष्ट किया कि सीटें न मिलने से सहयोगी दलों में असंतोष का प्रभाव कम होगा, क्योंकि उनकी बिहार में सीमित उपस्थिति है।