
मुंबई। सायन और कालाचौकी पुलिस ने संयुक्त अभियान में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी के कर्मचारी बनकर घर बदलने में मदद के बहाने लोगों के सोने के गहने और कीमती सामान चुरा रहा था। पुलिस ने गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर चोरी की गई पूरी संपत्ति बरामद कर ली है।
दो अलग-अलग वारदातें, एक ही गिरोह का षड्यंत्र
पहली घटना 15 अक्टूबर की सुबह 9 से 11 बजे के बीच सायन के दोस्ती लाइट इलाके में हुई, जबकि दूसरी चोरी उसी दिन शाम 5:30 से 6:30 बजे के बीच कालाचौकी क्षेत्र के लालबाग मेघवाड़ी, माणिक कुंज में हुई। दोनों ही मामलों में आरोपी खुद को पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी का स्टाफ बताकर घर का सामान पैक करने पहुंचे और मौका मिलते ही कीमती गहने लेकर फरार हो गए। सायन में गिरोह ने 8.8 लाख रुपये मूल्य के सोने के आभूषण चुरा लिए, वहीं कालाचौकी में उन्होंने 3.4 लाख रुपये के 42 ग्राम सोने के गहने और 250 ग्राम चांदी के सिक्के उड़ा लिए।
पुलिस की तेज कार्रवाई: मुख्य आरोपी सहित पांच गिरफ्तार
दोनों थानों ने तुरंत विशेष टीम गठित की और तकनीकी खुफिया जानकारी व मुखबिरों की सूचना के आधार पर कार्रवाई शुरू की। सायन पुलिस ने मुख्य आरोपी संदीप दिनेश विश्वकर्मा (27) को गिरफ्तार किया और उसके पास से 8 लाख रुपये मूल्य के सोने के आभूषण बरामद किए। कालाचौकी पुलिस ने कांदिवली से गिरोह के चार अन्य सदस्यों- प्रवीण फूलचंद पांडे (26), दुर्गेश दिवाकांत मिश्रा (26), राकेश बलिराम यादव (20) और पिंटू बबन सिंह (28) को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि कालाचौकी मामले में चोरी की पूरी संपत्ति बरामद कर ली गई है। सायन पुलिस ने मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 305 और 3(5) के तहत दर्ज किया, जबकि कालाचौकी पुलिस ने धारा 305(ए) के तहत एफआईआर दर्ज की। जांच टीम में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजयकुमार शिंदे (कालाचौकी पुलिस), वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनंत सालुंखे (सायन पुलिस), पुलिस उपनिरीक्षक अमित भोसले और अन्य अधिकारी-कांस्टेबल शामिल थे। वरिष्ठ अधिकारियों ने इस त्वरित और समन्वित कार्रवाई की भूरि-भूरि प्रशंसा की, जिसके कारण सभी आरोपी समय रहते गिरफ्तार हुए और संपूर्ण चोरी का माल बरामद किया जा सका।