
मुंबई। ठाणे का एक 39 वर्षीय पुलिसकर्मी सिम कार्ड क्लोनिंग घोटाले का शिकार बन गया है, जिसमें उसके बैंक खाते से करीब 2.50 लाख रुपये उड़ा लिए गए। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता ठाणे में रहने वाले एक कांस्टेबल हैं, जिन्हें 18 अगस्त को पहली बार अपने मोबाइल फोन में समस्या का सामना करना पड़ा। उनका सिम कार्ड अचानक काम करना बंद कर दिया। उन्होंने तुरंत अपने नंबर के लिए नया सिम कार्ड प्राप्त किया और सक्रिय किया। कुछ दिनों बाद फिर से उनके फोन का नेटवर्क गायब हो गया। कांस्टेबल ने इस बार भी मोबाइल गैलरी जाकर उसी नंबर के लिए नया सिम कार्ड लिया। मामला तब सामने आया जब 2 सितंबर को उन्होंने एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश की और पाया कि उनके खाते से पूरा बैलेंस गायब है। बैंक में जांच करने पर खुलासा हुआ कि 27 अगस्त से 2 सितंबर के बीच किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके खाते से करीब 2.50 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए। ठाणे पुलिस ने इस मामले में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66C (पहचान की चोरी) और 66D (कंप्यूटर संसाधनों का उपयोग करके छद्म नाम से धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को दो ईमेल पते भी उपलब्ध कराए हैं, जिनका इस्तेमाल धोखाधड़ी करने वालों ने किया था। पुलिस अब इन ईमेल्स और डिजिटल ट्रांजैक्शन के जरिए साइबर ठगों का पता लगाने में जुटी है।