
मीरा-भाईंदर। सामाजिक पुनर्वास और आवासीय सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय पहल करते हुए मीरा-भाईंदर महानगरपालिका ने बीएसयूपी (Basic Services to Urban Poor) योजना के अंतर्गत तथा अपने स्वयं के कोष से निर्मित भवनों में पात्र आदिवासी लाभार्थियों को फ्लैटों की चाबियाँ वितरित कीं। यह चाबी वितरण समारोह मीरा-भाईंदर महानगरपालिका के मुख्यालय में शनिवार को आयोजित किया गया, जहाँ 5 पात्र आदिवासी परिवारों को उनके नए घरों की चाबियाँ सौंपी गईं। इस अवसर पर महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक, विधायक नरेंद्र मेहता, आदिवासी क्षेत्र समीक्षा समिति के अध्यक्ष माननीय विवेक पंडित, तथा मीरा-भाईंदर महानगरपालिका के आयुक्त एवं प्रशासक राधाबिनोद ए. शर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम में बोलते हुए, गणमान्य अतिथियों ने कहा कि- यह केवल आवास आवंटन नहीं, बल्कि एक नए जीवन, स्थिरता और सम्मान की शुरुआत है। यह पहल उन परिवारों के लिए नई उम्मीद लेकर आई है जिन्होंने वर्षों से अपने घर का सपना देखा था। मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि सरकार और महानगरपालिका मिलकर ऐसे प्रयासों को निरंतर गति देंगी, ताकि प्रत्येक पात्र आदिवासी परिवार को शीघ्र ही आवास उपलब्ध कराया जा सके। आयुक्त राधाबिनोद शर्मा ने बताया कि जिन लाभार्थियों को अभी तक घर नहीं मिले हैं, उन्हें भी जल्द ही उनके घरों की चाबियाँ सौंपी जाएँगी। उन्होंने कहा कि यह योजना आदिवासी समुदाय के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम है। लाभार्थियों ने मीरा-भाईंदर महानगरपालिका और प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना से उन्हें न केवल छत मिली है, बल्कि एक सम्मानजनक और स्थायी जीवन की शुरुआत भी मिली है। इस अवसर पर स्थानीय नागरिकों, नगरसेवकों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी प्रेरणादायक बना दिया।