
मुंबई। एसटी महामंडल के कर्मचारी 13 अक्टूबर से हड़ताल पर जाने वाले थे, लेकिन राज्य सरकार ने उनकी मांगों को स्वीकार कर 6 हजार रुपये का दिवाली बोनस देने और 48 किस्तों में 65 करोड़ रुपये प्रदान करने की घोषणा की। इस निर्णय के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल का कार्यक्रम रद्द कर दिया और राहत की सांस ली। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सह्याद्री अतिथि गृह में कर्मचारियों के साथ बैठक कर यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया। बैठक में परिवहन मंत्री और एसटी महामंडल के अध्यक्ष प्रताप सरनाईक, उपमुख्यमंत्री के प्रधान सचिव नवीन सोना, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश गुप्ता, परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय सेठी, एसटी महामंडल के प्रबंध निदेशक डॉ. माधव कुसेंकर, सह सचिव राजेंद्र होळकर और विभिन्न कर्मचारी संघटनाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, राज्य में अतिवृष्टि के कारण कठिन परिस्थिति उत्पन्न हुई है। सरकार हमारे किसान भाइयों के साथ मजबूती से खड़ी है। इसी तरह एसटी कर्मचारियों की दिवाली भी खुशहाल होनी चाहिए, इसलिए सरकार ने यह निर्णय लिया है। एसटी को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना आवश्यक है। एस.टी. महामंडल की आय बढ़ाने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं, जिनमें निजी-सरकारी सहभागिता के आधार पर एसटी की भूमि का विकास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को दिवाली भेंट के रूप में 6,000 रुपये देने के लिए सरकार ने 51 करोड़ रुपये अनुदान मंजूर किया है। इसके अलावा वर्ष 2020 से 2024 के बीच की वेतनवृद्धि के अंतर की राशि कर्मचारियों को हर माह वेतन के साथ दी जाएगी, जिसके लिए 65 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि जो कर्मचारी त्योहार अग्रिम (फेस्टिवल एडवांस) लेना चाहते हैं, उन्हें पूर्व की भांति 12,500 रुपये अग्रिम के रूप में दिए जाएंगे। इस उद्देश्य के लिए एसटी महामंडल ने सरकार से 54 करोड़ रुपये की मांग की है।