
मुंबई। कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के हालिया बयानों पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तीखा हमला बोला। कोलंबिया यूनिवर्सिटी में छात्रों से बातचीत के दौरान गांधी ने कहा था कि भारत का लोकतंत्र “हमले का शिकार” है। इसके जवाब में फडणवीस ने आरोप लगाया कि गांधी भारतीय संविधान की ताकत पर विश्वास नहीं करते और विदेशों में भारत की गलत छवि पेश कर रहे हैं। मुंबई में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा- राहुल गांधी भारतीय संविधान की ताकत पर बिल्कुल विश्वास नहीं करते। इसका एक कारण यह है कि उन्हें भारत के इतिहास की जानकारी नहीं है। उनके मन में हमारे संविधान के प्रति गलत सोच है। इसलिए मैं बार-बार कहता हूं कि वह एक झूठा है। उन्होंने आगे कहा कि गांधी को यह भी याद रखना चाहिए कि उनकी दादी, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1975 में आपातकाल (इमरजेंसी) लगाया था, जिसका जनता ने कड़ा विरोध किया था।
राहुल गांधी का बयान
कोलंबिया के ईआईए यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत की विविधता ही उसकी ताकत है और लोकतंत्र ही इस विविधता को सुरक्षित रख सकता है। उन्होंने कहा- भारत में कई धर्म, परंपराएं और भाषाएं हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी के लिए जगह होती है। लेकिन फिलहाल, लोकतांत्रिक व्यवस्था हर तरफ से हमले का शिकार है। गांधी ने भारत को “लोगों के बीच संवाद” बताया और लोकतंत्र को विभिन्न विचारों, धर्मों और भाषाओं के सहअस्तित्व का आधार बताया। उन्होंने चीन के केंद्रीकृत मॉडल और भारत की विकेंद्रीकृत व्यवस्था की तुलना करते हुए कहा कि भारत अपनी विविधता के कारण चीन जैसा तानाशाही मॉडल नहीं अपना सकता।
ऊर्जा और वैश्विक ताकत पर चर्चा
गांधी ने वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन और शक्ति संतुलन के बीच संबंध पर भी बात की। उन्होंने कहा कि कोयला और भाप से ब्रिटिश साम्राज्य का उदय हुआ, तेल और आंतरिक दहन इंजन से अमेरिका ने शक्ति पाई, और अब इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में अमेरिका और चीन प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। उनके अनुसार, अब तक चीनी जीत रहे हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के बयानों पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। पार्टी नेताओं ने उन्हें “प्रचार का नेता” करार दिया और आरोप लगाया कि वे विदेशों में जाकर भारत की छवि खराब करते हैं। वहीं, कांग्रेस ने गांधी के वक्तव्यों को लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के रूप में बताया और कहा कि विपक्ष का दायित्व है कि लोकतंत्र पर खतरे की ओर ध्यान दिलाया जाए।