
मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को मंत्रालय में देशभक्ति और राष्ट्रीय अस्मिता के प्रतीक गीत ‘वंदे मातरम’ के सार्ध शताब्दी महोत्सव के आधिकारिक लोगो का अनावरण किया। यह गीत 7 नवंबर 2025 को 150 वर्ष पूरे कर रहा है। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्य मंत्री एडवोकेट आशिष शेलार और कौशल विकास, रोजगार, उद्यमिता एवं नवाचार मंत्री मंगलप्रभात लोढा की संयुक्त संकल्पना के तहत राज्यभर में भव्य महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। राज्यभर में गठित सार्ध शताब्दी महोत्सव समिति के माध्यम से विभिन्न देशभक्ति कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें प्रत्येक तालुका में वंदे मातरम का सामूहिक गायन प्रमुख आकर्षण रहेगा। लोगो अनावरण समारोह में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, मंत्री आशिष शेलार, मंगलप्रभात लोढा, आकाश फुंडकर, संजय राठोड, अतुल सावे, चंद्रकांत पाटील और कौशल विभाग की अपर मुख्य सचिव मनीषा वर्मा उपस्थित थीं।
महोत्सव के आधिकारिक लोगो के लिए कौशल विभाग के अंतर्गत बोधचिन्ह डिज़ाइन स्पर्धा आयोजित की गई थी। 5 से 10 सितंबर के बीच हुई इस ऑनलाइन प्रतियोगिता में राज्यभर से 350 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। मुंबई के जे.जे.कला महाविद्यालय के विशेषज्ञों की समिति ने पुणे के अभिनव कला महाविद्यालय के प्रोफेसर रवी पवार द्वारा डिज़ाइन किए गए आकर्षक और कलात्मक लोगो को विजेता घोषित किया। मंत्री मंगलप्रभात लोढा ने कहा कि वंदे मातरम गीत का ऐतिहासिक महत्व है और इसमें देशभक्ति जगाने की शक्ति है। भारत माता के इस राष्ट्रगीत का गौरव तभी संभव है जब इसमें जनता की व्यापक सहभागिता हो। इसी कारण लोगो का चयन जनभागीदारी के आधार पर किया गया। सांस्कृतिक विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में भी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। राज्य के कौशल विश्वविद्यालयों, आचार्य चाणक्य कौशल विकास केंद्रों, सरकारी व निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में वंदे मातरम के 150वें वर्ष पर विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए सरकारी और असंगठित समितियों का गठन किया गया है, जिनमें समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को शामिल किया गया है। मंत्री लोढा और शेलार ने जनता से अपील की है कि वे सक्रिय रूप से इसमें भाग लें और देशभक्ति की भावना को जनमानस तक पहुँचाकर इस गौरवशाली गीत के महत्व को और प्रखर बनाएं।




