
मुंबई। ठाणे रेलवे पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए केईएम अस्पताल से अगवा किए गए दो साल के बच्चे को कुछ ही घंटों में सुरक्षित छुड़ा लिया। आरोपी अमोल उडालकर (42) बच्चे को लेकर टुटारी एक्सप्रेस से भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पुलिस ने ठाणे स्टेशन पर उसे दबोच लिया। एफआईआर के अनुसार, बच्चे की माँ अंतिमा गंभीर सांस लेने की तकलीफ के कारण केईएम अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थी। पिता अजयकुमार हरिजन (25), जो मूल रूप से सूरत के शास्त्रीनगर का निवासी और फिलहाल भिवंडी में रह रहा है, अपनी माँ और दो बच्चों के साथ अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग के पास खुले क्षेत्र में ठहरा हुआ था। 16 सितंबर की रात लगभग 9.30 बजे, हरिजन को पता चला कि उसकी पत्नी से मिलने के बाद उसका बेटा गायब है। दादी ने बताया कि एक व्यक्ति, जो पिछले कुछ दिनों से बच्चे के साथ खेलता था और परिवार को खाना देता था, बच्चे को घूमने के बहाने अपने साथ ले गया। अस्पताल और आसपास तलाशने के बावजूद बच्चा न मिलने पर भिवंडी पुलिस में शिकायत दर्ज की गई। इसी दौरान सीएसएमटी रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि टुटारी एक्सप्रेस के एस-2 कोच में एक संदिग्ध व्यक्ति बच्चे के साथ यात्रा कर रहा है। सूचना पर वरिष्ठ निरीक्षक अर्चना दुसाने के मार्गदर्शन में धुमाले, ताजने, हेड कांस्टेबल गोपाल और कांस्टेबल टिकुले की टीम ने ठाणे स्टेशन पर आरोपी को पकड़ लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने उसी शाम बच्चे का केईएम अस्पताल से अपहरण किया था।आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज कर उसे भिवंडी पुलिस के हवाले कर दिया गया। बचाव के बाद बच्चे का मेडिकल परीक्षण कर उसे डोंबिवली स्थित जननी आशीष चैरिटेबल ट्रस्ट की देखरेख में सौंपा गया। जांच में सामने आया कि आरोपी सिंधुदुर्ग स्थित अपने गांव भागने की योजना बना रहा था। फिलहाल पुलिस उसके बैकग्राउंड और अपहरण की मंशा की जांच कर रही है।




