
सुनील चिंचोलकर
बिलासपुर, छत्तीसगढ़। छतीसगढ़ी सिनेमा प्रेमियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा और कला को समर्पित एक नई पारिवारिक फिल्म “जिंदगी पहाही तोर संग” की शूटिंग बालको क्षेत्र में जोर-शोर से चल रही है। यह फिल्म इमोशनल, ड्रामा और मनोरंजन का बेहतरीन संगम प्रस्तुत करते हुए पूरे परिवार के लिए दिलचस्प अनुभव देने जा रही है। फिल्म की कहानी व निर्माण का जिम्मा छत्तीसगढ़ी समाजसेवी व फिल्म निर्माता क्षमा पाटले ने उठाया है। उन्होंने ही फिल्म की कहानी भी लिखी है। निर्देशक की भूमिका में क्रांति शर्मा हैं, जो छत्तीसगढ़ी सिनेमा में अपनी विशेष पहचान बना चुके हैं। इस फिल्म में छत्तीसगढ़ी सिनेमा के जाने-माने कलाकारों ने भाग लिया है। प्रमुख कलाकारों में आयुष राजवैद, दीपिका सिंह, रामेश्वरी पटनायक, मनोज जोशी, विनय अंबष्ट, बबली महंत, विक्रम राज, सरला सेन , नरेंद्र चंदेल, तरुण बघेल, अंशु चौबे, सिद्धार्थ कुर्रे, पहेली चौहान, पुष्पा रोज, नागेश ठाकुर, पुरुषोत्तम कश्यप, साहेब लाल साहू, चारु दुबे, नरेंद्र काबरा, अजय पाटले, शांडिल्य जी, सीमा तिवारी, लक्ष्मण दास, प्रतिभा कुजूर, सौम्या, शैलेन्द्री परिहार, वर्षा, चिंटू मानिकपुरी, राठौर शामिल हैं। फिल्म की तस्वीरों को संजोने का कार्य रवि नारायण बेहरा कर रहे हैं। साथ ही गीतकार के रूप में क्षमा पाटले, सोना दास और राघवेंद्र वैष्णव ने अपनी कलम से संगीतबद्ध गीत तैयार किए हैं। गायक और गायिकाओं में सुनील सोनी, चंपा निषाद, दीक्षा, ज्योति कंवर, अनुराग शर्मा शामिल हैं। यह फिल्म छत्तीसगढ़ी समाज की रंगीनी, लोकसंस्कृति, पारिवारिक रिश्तों की गहराई और संघर्ष की भावनात्मक कहानी को पर्दे पर जीवंत रूप में प्रस्तुत करेगी। फिल्म का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के रीति-रिवाज, लोकगीत, पहनावा, परंपराएं व सामाजिक संदेश को हर घर तक पहुंचाना है। निर्माण टीम की क्षमा पाटले का कहना है कि यह फिल्म दर्शकों के दिल को छूते हुए उन्हें सामाजिक जुड़ाव की अनुभूति कराएगी। जल्द ही इसकी रिलीज डेट और प्रमोशन अभियान की घोषणा की जाएगी। “जिंदगी पहाही तोर संग” छत्तीसगढ़ी सिनेमा में एक नया अध्याय जोड़ने जा रही है। सिनेप्रेमी बेसब्री से इसकी रिलीज का इंतजार कर रहे हैं।





