
मुंबई। खार पुलिस स्टेशन के एक सेवानिवृत्त अधिकारी, जो 2015 में शीना बोरा हत्याकांड की जांच का हिस्सा थे, ने सोमवार को अभियोजन पक्ष की प्रमुख गवाह विधि मुखर्जी की गवाही को खारिज किया। विधि ने हाल ही में अदालत में कहा था कि पुलिस ने न तो उनका बयान दर्ज किया और न ही उन्होंने कोई ईमेल आईडी या पासवर्ड उपलब्ध कराया। सीबीआई ने सोमवार को सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी ज्ञानेश्वर गनोरे से पूछताछ की। गनोरे ने अदालत को बताया कि विधि ने व्यक्तिगत रूप से पुलिस सब-इंस्पेक्टर को अपना ईमेल पता दिया था, जिसके बाद पंच गवाहों की मौजूदगी में ईमेल के प्रिंटआउट लिए गए और रिकॉर्ड पर हस्ताक्षर भी किए गए। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने खुद विधि का बयान दर्ज किया था। हालांकि, इंद्राणी मुखर्जी की बेटी विधि ने पिछले सप्ताह अपनी गवाही में आरोप लगाया था कि उनसे कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवाए गए। अभियोजन पक्ष का दावा है कि विधि ने शीना को एक ईमेल भेजकर चेतावनी दी थी कि इंद्राणी मुखर्जी उससे नाराज़ हैं और कुछ खतरनाक योजना बना रही हैं। साथ ही, उसने इंद्राणी से जुड़ी एक बातचीत भी सुनी थी। गनोरे से फिलहाल इंद्राणी के वकील रंजीत सांगले जिरह कर रहे हैं।




