
मुंबई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नागपुर स्थित निजी कंपनी आयुध निर्माणी अंबाझरी के तत्कालीन उप महाप्रबंधक दीपक लांबा और उनके रिश्तेदार मालिक के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। सीबीआई अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि आरोपियों के कार्यालय और आवासीय परिसरों सहित चार स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसमें डिजिटल साक्ष्यों सहित आपत्तिजनक दस्तावेज और लेख बरामद किए गए। सीबीआई को 10 जुलाई 2025 को मिली शिकायत में आरोप था कि दीपक लांबा ने डीजीएम, ओएफएजे, नागपुर के पद पर रहते हुए एक प्रोप्राइटरशिप फर्म बनाई, जिसमें अपने चचेरे भाई को मालिक दिखाया। उन्होंने निविदाओं के नियमों और शर्तों में हेरफेर करते हुए फर्म द्वारा प्रस्तुत जाली और झूठे अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर उसे अनुबंध दिलाए। सीबीआई के अनुसार, आरोपी ने अपने और परिवार के सदस्यों के बैंक खातों के माध्यम से फर्म के साथ कई वित्तीय और बैंकिंग लेनदेन किए। जांच में सामने आया है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आपराधिक षड्यंत्र रचा और निजी लाभ अर्जित किया। इस पूरे मामले में फर्म के खाते में संदिग्ध वित्तीय लेनदेन और फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर निविदाएं हासिल करने के सबूत मिले हैं।