
मुंबई। मीरा रोड में आज एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जब ज़ूडियो के सामने स्थित नूरजहाँ-1 इमारत का एक स्लैब गिरने से चार वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। इस हादसे में बच्चे के पिता गंभीर रूप से घायल हुए और उन्हें वॉकहार्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि 40 साल पुरानी इस इमारत के पुनर्विकास की प्रक्रिया लगभग एक दशक से अधर में लटकी हुई है। अधूरे दस्तावेज़ों और डेवलपर से चल रहे विवादों के चलते परियोजना आगे नहीं बढ़ सकी। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि बार-बार की देरी और प्रशासनिक लापरवाही के कारण इस तरह की जर्जर इमारतें खतरे का सबब बनी हुई हैं। इसी तरह, नवी मुंबई के नेरुल सेक्टर-1 स्थित विघ्नहर्ता सोसाइटी के एक फ्लैट में बुधवार दोपहर स्लैब का हिस्सा गिरने से एक महिला घायल हो गई। घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज जारी है। घटना के वीडियो में दिखा कि महिला खून से लथपथ थी और गिरने के बाद कांप रही थी। नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, इमारत पहले से ही जर्जर स्थिति में थी और हाल की भारी बारिश ने इसकी स्थिति और बिगाड़ दी। इन दोनों घटनाओं ने मीरा भयंदर नगर निगम (एमबीएमसी) और नवी मुंबई नगर निगम की इमारत सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते संरचनात्मक ऑडिट, मरम्मत और पुनर्विकास की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले दिनों में और भी लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है। प्रशासन ने दोनों इमारतों के पुनः ऑडिट और संरचनात्मक सुरक्षा मूल्यांकन का आश्वासन दिया है।