
मुंबई। नवी मुंबई और पवई में दो अलग-अलग मामलों में करोड़ों रुपये की ठगी का खुलासा हुआ है। नवी मुंबई के पनवेल में शराब की दुकान का लाइसेंस दिलाने के नाम पर एक 29 वर्षीय किसान से 1.44 करोड़ रुपये की ठगी की गई। पुलिस के अनुसार, ठाणे जिले के कल्याण निवासी आरोपी ने नासिक जिले के निफाड़ के किसान और उसके भाई से जुलाई 2024 से जनवरी 2025 के बीच कई किश्तों में रकम ली। आरोपी ने शराब दुकान मालिक को 61 लाख रुपये चुकाए, जबकि शेष 83 लाख रुपये गबन कर लिए और वादा किया गया लाइसेंस उपलब्ध नहीं कराया। जब पीड़ित ने रकम वापसी की मांग की, तो आरोपी ने प्रतिपूर्ति हेतु कुछ चेक जारी किए जो बाद में बाउंस हो गए। पीड़ित की शिकायत पर 23 अगस्त को भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। इसी तरह पवई में एक 79 वर्षीय डॉक्टर से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लगभग 25 लाख रुपए की ठगी हुई। डॉक्टर को 17 जुलाई को व्हाट्सएप संदेश मिला जिसमें एक कस्टमर केयर नंबर के साथ निवेश का लालच दिया गया। फर्जी ग्रुप और नकली ट्रेडिंग आईडी बनाकर उन्हें स्टॉक टिप्स दिए गए और भरोसा दिलाया गया। कुछ ही हफ्तों में डॉक्टर ने भारी निवेश किया, लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की तो उन्हें मना कर दिया गया और अतिरिक्त निवेश की मांग की गई। ठगी का एहसास होने पर शिकायत दर्ज की गई। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर प्रशांत चौधरी और रिचर्ड राव नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला कि इन लोगों ने कई बैंक खातों के माध्यम से धन शोधन किया। पुलिस ने नागरिकों को चेतावनी दी है कि गारंटीड रिटर्न का वादा करने वाली ऑनलाइन निवेश योजनाओं से सावधान रहें।