
मुंबई। नेहरूनगर में धोखाधड़ी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ बीमारी और कमजोर नज़र से जूझ रही 74 वर्षीय बुज़ुर्ग महिला से 2.26 करोड़ रुपये की संपत्ति, नकदी और आभूषण ठगे गए। नेहरूनगर पुलिस के अनुसार पीड़िता जयश्री चव्हाण, जो एक सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, स्मृति हानि और दृष्टि दोष से ग्रसित थीं। उनकी बहन आशालता चव्हाण का 2018 में निधन हो चुका है। सेवा काल के दौरान दोनों बहनों ने संपत्ति, आभूषण और बैंक जमा अर्जित किए थे। पुलिस ने कादिर सोलंकी, जलालुद्दीन शेख, अकबर सौदागर और यश भंडारी को आरोपी ठहराया है। आरोप है कि इन लोगों ने पासपोर्ट बनाने के बहाने जयश्री चव्हाण से पावर ऑफ अटॉर्नी पर हस्ताक्षर करवाए। इसके बाद बेलापुर, विरार और ठाणे में स्थित लगभग 1.55 करोड़ रुपये की संपत्तियां बाजार मूल्य से कम दामों में बेच दीं। प्रारंभिक तौर पर बिक्री की रकम जयश्री के खाते में जमा कराई गई, लेकिन बाद में आरोपियों ने उस बैंक खाते को अपने मोबाइल नंबर से लिंक कर 65 लाख रुपये निकाल लिए। इसके अतिरिक्त, उनकी गोदरेज अलमारी से करीब 6.87 लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण भी चोरी कर लिए गए। पुलिस ने कुल 2.26 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा किया है। संबंधित दस्तावेज़ और सबूत ज़ब्त कर लिए गए हैं और मामले की विस्तृत जाँच जारी है।