बॉलीवुड के उम्दा कलाकारों में शुमार सतीश कौशिक ने भले ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया हो, लेकिन फिल्मी दुनिया में उनके जो योगदान हैं, उसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा. उन्होंने बतौर एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और स्क्रीनराइटर अपनी खूब पहचान बनाई. उन्होंने लगभग 40 सालों तक लोगों का मनोरंजन किया. हालांकि इतना लंबा सफर तय करना उनके लिए इतना आसान नहीं था.
सतीश कौशिक ने अपने कॉलेज की पढ़ाई दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से की थी. कॉलेज से निकलने के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा और फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTTI) को ज्वाइन किया, क्योंकि उन्हें एक्टर बनना था. हालांकि अपने इस सपने को सच करने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा.
800 रुपये लेकर मुंबई पहुंचे थे सतीश कौशिक
एक्टर बनने के अपने सपने को सच करने के लिए जब उन्होंने अपना रूख दिल्ली के करोल बाघ से मुंबई की ओर किया, तब उनके जेब में सिर्फ 800 रुपये थे. वो इन रुपयों के साथ ही मुंबई पहुंचे थे, जिसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत से खूब नाम तो बनाया ही, साथ ही उन्होंने उस 800 रुपये को करोड़ों में तब्दील कर दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक वो अपने पीछे लगभग 50 करोड़ रुपये की संपत्ति छोड़ गए.
पहली डायरेक्टोरियल फिल्म हुई थी डिजास्टर
सतिश कौशिक ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत साल 1983 में आई फिल्म जाने भी दो यारो से की थी. इस फिल्म के बाद वो उसी साल रिलीज हुई फिल्म मासूम में भी नजर आए. आगे उन्होंने एक से बढ़कर एक कई हिट फिल्मों में काम किया. वहीं फिर साल 1993 में उन्होंने रूप की रानी चोरों का राजा से अपना डायरेक्टोरियल डेब्यू किया. ये फिल्म अनिल कपूर और श्रीदेवी को लीड रोल में लेकर बनाई गई थी. हालांकि सतीश कौशिक की पहली डायरेक्टेड फिल्म ही डिजास्टर साबित हुई थी.
बोनी कपूर से मांगी थी माफी
सतीश कौशिक की पहली डायरेक्टोरियल फिल्म को बोनी कपूर ने प्रोड्यूस किया था. वहीं फिल्म के रिलीज के 25 सालों बाद, साल 2018 में सतीश कौशिक ने बोनी कपूर से माफी मांगी थी. उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा था, “हां, 25 साल पहले यह बॉक्स ऑफिस पर डिजास्टर हुई थी. वह मेरा पहला बच्चा था और हमेशा मेरे दिल के करीब रहेगा. श्रीदेवी मैडम को याद कर रहा हूं और बोनी कपूर को मेरा सॉरी जिन्होंने मुझे ब्रेक दिया था, जो फिल्म के बाद टूट गया.”