
मुंबई। बीमा धोखाधड़ी के एक चौंकाने वाले मामले में बोरीवली पुलिस ने एक निजी अस्पताल के डॉक्टर और उसके दो सहयोगियों के खिलाफ फर्जी मेडिकल दस्तावेज़ तैयार कर लगभग 1.05 लाख रुपए का बीमा दावा करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। आरोपियों की पहचान डॉ.रवींद्र पांडे, सचिन पांडे और नीरज यादव के रूप में हुई है। पुलिस जाँच से पता चला है कि तीनों ने न केवल बीमा कंपनी को धोखा दिया, बल्कि इस प्रक्रिया में पॉलिसीधारक को भी नुकसान पहुँचाया। शिकायत के अनुसार, कांदिवली के पोइसर निवासी संदीप राजभर के पास एक निजी कंपनी की स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी है। 24 जून को दावा किया गया कि उनकी पत्नी बेबी राजभर को डेंगू बुखार के इलाज के लिए बोरीवली के एस.वी.रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 24 से 30 जून तक उनका इलाज चला। हालांकि बाद में राजभर को पता चला कि उनकी पत्नी को कभी डेंगू नहीं हुआ और न ही वह उक्त अस्पताल में भर्ती हुई थीं। प्रस्तुत किए गए सभी मेडिकल दस्तावेज़ जाली पाए गए और यह धोखाधड़ी उनकी जानकारी के बिना ही उनके नाम पर की गई थी। इस खुलासे से राजभर को गंभीर मानसिक आघात पहुँचा। पुलिस जाँच में यह पुष्टि हुई कि डॉ. रवींद्र पांडे ने अपने सहयोगियों सचिन पांडे और नीरज यादव के साथ मिलकर अस्पताल के फर्जी रिकॉर्ड तैयार किए और उनका इस्तेमाल बीमा दावा पेश करने में किया। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए बोरीवली पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में मामला दर्ज किया है।फिलहाल जाँच जारी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही तीनों से पूछताछ की जाएगी और उनके बयान दर्ज किए जाएँगे।