
मुंबई। महाराष्ट्र की वीरता और इतिहास की प्रतीक, राजे रघुजी भोंसले की 300 साल पुरानी ऐतिहासिक तलवार अब अपने असली ठिकाने पर लौट आई है। लंदन के संग्रहालय में वर्षों तक सुरक्षित रही यह तलवार ब्रिटिश सरकार और भारतीय अधिकारियों के बीच लंबे समय से चल रही पहल और बातचीत के बाद आखिरकार महाराष्ट्र लाई गई। बताया जाता है कि यह तलवार मराठा साम्राज्य के गौरवशाली अभियानों की साक्षी रही है और रघुजी भोंसले ने कई महत्वपूर्ण युद्धों में इसका इस्तेमाल किया था। इतिहासकारों के मुताबिक, रघुजी भोंसले नागपुर के शासक थे और उन्होंने विदर्भ से लेकर ओडिशा तक मराठा सत्ता का विस्तार किया। उनकी तलवार न केवल युद्ध में विजय का प्रतीक रही, बल्कि मराठा संस्कृति, स्वाभिमान और शौर्य का भी दर्पण है। तलवार पर खूबसूरत नक़्क़ाशी और पारंपरिक डिजाइन है, जो मराठा शस्त्रकला की उत्कृष्टता को दर्शाता है। महाराष्ट्र सरकार ने इस धरोहर को वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय और सांस्कृतिक मंत्रालय के सहयोग से विशेष प्रयास किए। आने वाले दिनों में इस तलवार को नागपुर के संग्रहालय में आम जनता के दर्शन के लिए प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे नई पीढ़ी अपने इतिहास और पूर्वजों की वीरता से रूबरू हो सके। इस मौके पर राज्य के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री ने कहा, यह सिर्फ एक हथियार नहीं, बल्कि हमारी आत्मा और गौरव का हिस्सा है।