
मुंबई। मध्य रेलवे के पनवेल स्टेशन पर रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की संयुक्त कार्रवाई में 36 करोड़ रुपये मूल्य की कोकीन और मेथामफेटामाइन तस्करी का मामला सामने आया है। 18 जुलाई 2025 को मंगला एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12168) से तस्करी करते हुए एक 32 वर्षीय नाइजीरियाई महिला को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से कुल 2.002 किलोग्राम कोकीन और 1.488 किलोग्राम मेथामफेटामाइन बरामद हुई। एनसीबी द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर निरीक्षक पनवेल ने वरिष्ठ डीएससी ऋषि शुक्ल को मामले की जानकारी दी। शुक्ल ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद आरपीएफ की खुफिया शाखा कुर्ला के सहयोग से निरीक्षक अंजनी बाबर ने अपनी टीम के साथ पनवेल के प्लेटफॉर्म नंबर 7 पर जाल बिछाया। जांच के दौरान ट्रेन के कोच ए2 की सीट संख्या 27 (पीएनआर नंबर 2138636986) पर यात्रा कर रही महिला की तलाशी ली गई। महिला के पास से भारी मात्रा में मादक पदार्थ पाए गए। उसने अपना नाम एटमुडॉम डोरिस (पासपोर्ट नंबर A06895991) बताया, जो फरीदाबाद से पनवेल तक का टिकट लेकर अपने बच्चे के साथ यात्रा कर रही थी। पूछताछ में उसने खुद स्वीकार किया कि वह कोकीन और मेथामफेटामाइन लेकर जा रही थी। आरपीएफ द्वारा महिला को पनवेल थाना लाया गया, जहाँ दोनों बैगों की गहन जांच की गई। डोरिस के बैग से 1000 ग्राम शुद्ध कोकीन और बच्चे के बैग से 994 ग्राम मेथामफेटामाइन मिला। कुल वजन 2.002 किलोग्राम कोकीन और 1.488 किलोग्राम मेथामफेटामाइन रहा, जिसकी कुल अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमत 36 करोड़ रुपये आँकी गई है। महिला के पास मौजूद सभी दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं और मामले की आगे की जांच आईओ मुरारीलाल कर रहे हैं। इस पूरी कार्रवाई में निरीक्षक अंजनी बाबर की सक्रियता और सूझबूझ ने अहम भूमिका निभाई। पनवेल में उनका कार्यभार संभालने के बाद से ही नशे और अवैध तस्करी के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं। वरिष्ठ डीएससी ऋषि शुक्ल के मार्गदर्शन में आरपीएफ की टीम ने मुंबई मंडल में मादक पदार्थ और अवैध शराब की आपूर्ति पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया है। वहीं, डीएससी प्रतीक्षा सिंह ने अपने कार्यकाल की शुरुआत से ही महिला शक्ति का परिचय देते हुए सशक्त नेतृत्व की मिसाल पेश की है।