
ठाणे। नवी मुंबई के ऐरोली क्षेत्र में रहने वाले 78 वर्षीय एक वरिष्ठ व्यवसायी के साथ चार लोगों द्वारा 1.25 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित व्यवसायी मशीन टूल्स कंपनी के मालिक हैं, जिनसे आरोपियों ने 100 करोड़ से 200 करोड़ रुपये के व्यावसायिक ऋण दिलाने का वादा किया था। यह धोखाधआड़ी दिसंबर 2023 से मार्च 2025 के बीच रबाले एमआईडीसी क्षेत्र में घटित हुई। पुलिस के अनुसार, चारों आरोपियों—धनेश देशमुख (44), प्रमिला लाड (65), प्रशांत उर्फ राजू पिल्लई, और पुष्पा गुप्ते—ने पीड़ित से संपर्क कर एक आकर्षक ऋण योजना का झांसा दिया। बातचीत के दौरान आरोपियों ने तीन प्रमुख बैंकों के फर्जी डिमांड ड्राफ्ट और चेक प्रस्तुत किए और उन्हें वास्तविक साबित करने के लिए जाली हस्ताक्षर और नकली बैंक मुहरों का इस्तेमाल किया। इस तरह उन्होंने पीड़ित का विश्वास जीत लिया। आरोपियों ने ऋण प्रक्रिया और प्रशासनिक शुल्क के नाम पर व्यवसायी से अलग-अलग बैंक खातों में कुल 1.25 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए। जब कई महीनों तक कोई ऋण नहीं मिला और आरोपियों ने टालमटोल शुरू की, तो पीड़ित को शक हुआ और उन्होंने एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 316(5) (आपराधिक विश्वासघात), 318(3) (धोखाधड़ी) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने बड़ी सफाई से जाल बिछाया था और बैंकिंग दस्तावेजों को भी इतनी कुशलता से फर्जी बनाया था कि पहली नजर में वे असली प्रतीत होते थे। पुलिस अब आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर रही है और यह भी जांच रही है कि क्या उन्होंने इसी तरह अन्य लोगों को भी निशाना बनाया है। पुलिस अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि इस प्रकार के भारी-भरकम ऋण वादों से सावधान रहें और किसी भी वित्तीय समझौते से पहले दस्तावेजों की प्रामाणिकता की पुष्टि अवश्य करें।