
सातारा। खंडाला (तालुका) में गुरुवार शाम करीब 7:30 बजे युवाओं के दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसके बाद एक चाकूबाजी की घटना हुई जिसमें तीन युवकों पर चाकुओं से हमला किया गया। उनमें से एक, मोइन मुख्तार शाह (उम्र 24) की चोटों के कारण मौत हो गई। अन्य दो पीड़ित, शेख अबरार आरिफ शेख (उम्र 23) और शोएब असीम पठान (उम्र 23) गंभीर रूप से घायल हो गए। विवाद तब हुआ जब दो समूहों के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके परिणामस्वरूप शारीरिक टकराव हुआ। झड़प के दौरान मोइन, अबरार और शोएब को कुछ व्यक्तियों ने चाकू मार दिया। मोइन की मौत हो गई, जबकि अन्य दो को इलाज के लिए वैजापुर के उप-जिला अस्पताल ले जाया गया। मोइन का शव भी उसी अस्पताल में लाया गया। इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। गुस्साई भीड़ ने अस्पताल के अंदर की संपत्ति में तोड़फोड़ की, जिसमें आधिकारिक दस्तावेज बाहर फेंकना और चिकित्सा उपकरणों को नुकसान पहुंचाना शामिल था। अस्पताल से बाहर भी अशांति फैल गई, क्योंकि भीड़ ने खंडाला में एक दुकान को निशाना बनाया, सामान लूटा और आग लगा दी। भैगांव गांव में एक अन्य सैलून को भी इसी तरह की तोड़फोड़ का सामना करना पड़ा, जिसमें भीड़ ने सामान बाहर फेंक दिया और आग लगा दी। इससे खंडाला गांव और वैजापुर शहर दोनों में तनाव बढ़ गया। व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। माना जाता है कि यह घटना किसी पुरानी रंजिश के कारण हुई है, जो संभवतः सोशल मीडिया स्टेटस पोस्ट से भड़की है। गौरव राजू अनर्थ (भैगांव निवासी), अक्षय सुरेश पवार, शेखर लक्ष्मण नन्नावरे और नंदू पोपट जनराव (सभी खंडाला निवासी) सहित सात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। शिकायत के अनुसार, गौरव और उसके साथियों ने कथित तौर पर मोइन, अबरार और शोएब पर चाकू से हमला किया। पुलिस अधीक्षक विनयकुमार राठौड़ ने स्थिति का आकलन करने के लिए रात में गांव का दौरा किया। मृतक मोइन मुख्तार शाह के परिवार के सदस्य बड़ी संख्या में उप-जिला अस्पताल में इकट्ठा हुए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कार्रवाई होने तक शव लेने से इनकार कर दिया। परिवार के आक्रामक रुख के कारण अस्पताल क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। शुक्रवार सुबह सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और आगे की जांच जारी है। वैजापुर पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर सत्यजीत तैतवाले के अनुसार, माना जा रहा है कि यह संघर्ष सोशल मीडिया स्टेटस पोस्ट से बढ़ी पुरानी रंजिश से उपजा है। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने और न फैलाने का आग्रह करते हुए कहा कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और शांति बहाल हो गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि घटना में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।