
मुंबई। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने परभणी जिले के मालसोना गांव में एक युवा किसान दंपत्ति की आत्महत्या को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि “सरकारी नीतियों के कारण हुई हत्या” है। कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक, मृतक दंपत्ति सचिन बालाजी जाधव और उनकी सात महीने की गर्भवती पत्नी ज्योत्सना सचिन जाधव ने गिरते कृषि उत्पादों की कीमतों और बढ़ते कर्ज से परेशान होकर अपनी जान दे दी। सपकाल ने शनिवार रात को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए सरकार की किसान विरोधी नीतियों को इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने लिखा, यह आत्महत्या नहीं, बल्कि सरकार की किसान विरोधी नीतियों की वजह से हुई हत्या है। कृषि उत्पादों के दाम लगातार गिर रहे हैं और कर्ज के बोझ तले दबे किसान खुदकुशी करने को मजबूर हैं। कृषि ऋण माफी के झूठे वादों ने स्थिति और भी खराब कर दी है। सपकाल ने राज्य सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा, “मैं सरकार की निंदा करता हूं जो किसानों की जान ले रही है। यह घटना सिर्फ एक जोड़े की मौत नहीं, बल्कि किसान समाज की टूटी हुई उम्मीदों का प्रतीक है। यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब राज्य में कृषि संकट गहराता जा रहा है और किसान संगठन पहले से ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), फसल बीमा और कर्ज माफी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरे हुए हैं।