
मुंबई। वस्त्र उद्योग में अनुदान प्रबंधन प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से वस्त्र विभाग ने ई-वस्त्र पोर्टल का दूसरा चरण विकसित किया है। कपड़ा मंत्री संजय सावकारे ने इसे कपड़ा उद्योग में डिजिटल क्रांति करार दिया। मंत्रालय में आयोजित कार्यक्रम में कपड़ा मंत्री संजय सावकारे ने ई-टेक्सटाइल पोर्टल के मोबाइल ऐप के दूसरे चरण का उद्घाटन किया और मासिक पत्रिका “टेक्सकनेक्ट” का विमोचन किया। इस अवसर पर वस्त्रोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव वीरेंद्र सिंह, वस्त्रोद्योग आयुक्त संजय दायने, रेशम निदेशालय के निदेशक विनय मून, उप सचिव श्रीकृष्ण पवार, रेशम विभाग की उप सचिव श्रद्धा कोचरेकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
डिजिटल क्रांति लाएगा ई-वस्त्र पोर्टल
मंत्री संजय सावकारे ने बताया कि आईसीआईसीआई बैंक के सहयोग से विकसित इस पोर्टल के माध्यम से अनुदान प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है, जिससे अधिक पारदर्शिता और विस्तारित सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह पोर्टल तकनीकी वस्त्र उद्योग, लघु वस्त्र उद्योग, हथकरघा, रेशम उद्योग और संबंधित घटकों को कवर करेगा।
ई-टेक्सटाइल पोर्टल का व्यापक विस्तार
दूसरे चरण के उद्घाटन के साथ, ई-टेक्सटाइल पोर्टल अब तकनीकी वस्त्र, हथकरघा और रेशम उद्योग सहित सभी प्रमुख कपड़ा उद्योगों को बढ़ावा देगा। मंत्री संजय सावकारे ने कहा कि इस विस्तार से महाराष्ट्र के कपड़ा क्षेत्र के सभी हितधारकों को तेज, पारदर्शी और प्रभावी डिजिटल प्लेटफॉर्म का लाभ मिलेगा।
महाराष्ट्र के वस्त्र उद्योग को नई गति
ई-वस्त्र पोर्टल के इस नए चरण से सब्सिडी प्रक्रिया अधिक सरल होगी और कपड़ा उद्योग को आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाएगा। कपड़ा उद्योग के डिजिटलीकरण से उद्योगों को वित्तीय सहायता प्राप्त करने में आसानी होगी, जिससे महाराष्ट्र के वस्त्र उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद मिलेगी।