
मुंबई। विश्व अध्ययन केंद्र (वीएके) द्वारा शुक्रवार को मुंबई के मरोल, अंधेरी पूर्व स्थित पर्ल एकेडमी में आयोजित लक्ष्मणराव भिड़े स्मृति व्याख्यान-2025 कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस वर्ष का विषय “वैश्विक विश्व में भारत की जिम्मेदारी: प्रवासी भारतीयों की भूमिका” था, जिसमें प्रमुख वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मीडिया और संचार प्रमुख सुनील जी अंबेकर ने वैश्विक भू-राजनीति में भारत की स्थिति और प्रवासी भारतीयों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “जिसका समय आ गया है, उसे दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती, और वह शक्ति भारत है!” मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित महाराष्ट्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री और मुंबई उपनगरों के सह-पालक मंत्री श्री मंगल प्रभात लोढ़ा अज्ञात कारणों से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। मुख्य व्याख्यान के बाद, श्री अंबेकर ने दर्शकों के सवालों का जवाब देते हुए संवादात्मक प्रश्नोत्तर सत्र में भाग लिया। कार्यक्रम का समापन वीएके के महासचिव श्री ज्ञानेंद्र मिश्र के धन्यवाद ज्ञापन, राष्ट्रगान और शांति मंत्र के साथ हुआ। इस अवसर पर श्री दिलीप करमबेलकर (चेयरमैन, विवेक ग्रुप पब्लिकेशन), श्रीमती पद्मा बापट, श्री विनोद मुंडाडा, श्री विशाल तिब्रेवाल, श्री शैलेश तेमनिकर और कार्यक्रम प्रायोजक श्री स्वदेश खेतावत समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। लक्ष्मणराव भिड़े स्मृति व्याख्यान श्रृंखला, जिसकी शुरुआत 2007 में हुई थी, का उद्देश्य वैश्विक मुद्दों पर भारत-केंद्रित विचारों को बढ़ावा देना है, जिसमें पूर्व में के. एस. सुदर्शन, दत्तात्रेय होसबाले, मोहन भागवत जैसे प्रतिष्ठित विचारक शामिल हो चुके हैं। इस वर्ष के कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती छाया मिश्रा ने किया।