
मुंबई। महिलाओं की आर्थिक साक्षरता से आर्थिक सशक्तिकरण की यात्रा में झेप फाउंडेशन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता से महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उद्यमिता की ओर बढ़ रही हैं। अब वे केवल बहनें ही नहीं, बल्कि सफल उद्यमी भी बन रही हैं, ऐसा महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा। झेप फाउंडेशन द्वारा विकसित भारत महिला उद्यमी 2025 सम्मेलन का आयोजन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में किया गया, जहां माझी लाडकी बहीण योजना की लाभार्थी महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से व्यवसाय कर रही महिलाओं का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में मंत्री अदिति तटकरे, मुख्यमंत्री कार्यालय की प्रधान सचिव अश्विनी भिडे, महाराष्ट्र लघु उद्योग विकास महामंडल की सह-प्रबंध निदेशक फरोग मुकादम, उपायुक्त डॉ. प्राची जांभेकर, नगरसेविका हर्षिता नार्वेकर, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की कार्यकारी निदेशक रूपा नाइक, झेप फाउंडेशन की निदेशक पौर्णिमा शिरीषकर और समाज कल्याण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं को उनके अस्तित्व का एहसास कराने का अवसर देता है और झेप फाउंडेशन ने 500 से अधिक स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को एक मंच पर लाकर उन्हें छोटे उद्योगों के लिए प्रेरित किया है। मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना के माध्यम से दो करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ पहुंचा है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण हो रहा है। इस योजना ने लाखों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का अवसर दिया है और यह एक संतोषजनक उपलब्धि है। झेप फाउंडेशन ने इन महिलाओं को संगठित कर उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाया है, जिससे वे अपने परिवारों में आर्थिक योगदान दे रही हैं। प्रधान सचिव अश्विनी भिडे ने कहा कि अगर महिलाओं में इच्छाशक्ति और महत्वाकांक्षा हो, तो वे अपने लक्ष्य को जरूर हासिल कर सकती हैं। छोटे उद्योगों में 70 प्रतिशत महिलाएं कार्यरत हैं और सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए अनंत संभावनाओं के द्वार खुले हैं और उनकी उड़ान को ऊंचाई देने का कार्य सरकार कर रही है। लेकिन यह सपना केवल महिलाओं के दृढ़ निश्चय से ही साकार हो सकता है। मंत्री अदिति तटकरे और प्रधान सचिव अश्विनी भिडे ने सभी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।