
पुणे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसृष्टि के दूसरे चरण के लोकार्पण के अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज के योगदान को याद करते हुए घोषणा की कि शिवसृष्टि के आगामी कार्यों के लिए राज्य सरकार 50 करोड़ रुपये की अतिरिक्त निधि प्रदान करेगी।
शिवसृष्टि को ‘मेगा टूरिज्म’ का दर्जा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने शिवसृष्टि को ‘मेगा टूरिज्म’ का दर्जा दिया है, लेकिन इसे सिर्फ पर्यटन स्थल नहीं बल्कि प्रेरणा और अध्ययन का केंद्र माना जाना चाहिए। शिवसृष्टि में 36 मिनट के अंदर भारत का इतिहास और शिवाजी महाराज के स्वराज्य संग्राम को अद्वितीय रूप में प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने अरबी और फारसी की जगह मराठी भाषा को प्रशासन में प्रचलित किया और इसे राजभाषा के रूप में स्थापित किया। उनकी आज्ञावली के शब्द मराठी भाषा के गौरव को दर्शाते हैं। इसी क्रम में 21 फरवरी को दिल्ली में अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
शिवाजी महाराज के किलों को यूनेस्को धरोहर में शामिल करने की पहल
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में छत्रपति शिवाजी महाराज के 12 किलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर में नामांकित किया गया है। इन किलों की स्थापत्य कला, जल प्रबंधन और सुरक्षा प्रणाली अद्वितीय थी। इन किलों से जुड़ी प्रस्तुति जल्द ही सांस्कृतिक विभाग द्वारा यूनेस्को में प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि यह प्रयास सफल होगा और यूनेस्को इन किलों को विश्व धरोहर का दर्जा देगा।
शिवसृष्टि के माध्यम से नई पीढ़ी को इतिहास से जोड़ने की पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवाजी महाराज का शासन एक आदर्श प्रशासन का उदाहरण था और नई पीढ़ी को उनके विचारों से जोड़ना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जब तक देशभक्त और इतिहास को समझने वाली पीढ़ी तैयार नहीं होगी, तब तक राष्ट्र का सशक्त विकास संभव नहीं है।
शिवसृष्टि के लोकार्पण में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोळ, उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, सांस्कृतिक कार्य मंत्री एड.आशिष शेलार, सांसद मेधा कुलकर्णी, उदयनराजे भोसले, विधायक उमा खापरे, अमित गोरखे, विजय शिवतारे सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री फडणवीस ने शिवसृष्टि में निर्मित स्वराज्य, स्वभाषा और स्वधर्म पर आधारित दीर्घा, गंगासागर और भवानी माता के मंदिर का दौरा किया। इस दौरान रायगढ़ किले से लाया गया जल मुख्यमंत्री के हाथों गंगासागर में अर्पित किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर शिव प्रेमियों की भारी संख्या में उपस्थिति देखी गई, जो छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति महाराष्ट्र की अटूट श्रद्धा और सम्मान को दर्शाती है।