
मुंबई। पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने सोमवार को आधिकारिक रूप से किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर के पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। ममता ने एक वीडियो शेयर कर कहा कि वह विवादों के चलते यह पद छोड़ रही हैं और आगे साध्वी बनकर अपनी आध्यात्मिक यात्रा जारी रखेंगी। यह घटनाक्रम आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास के बीच ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर का पद देने को लेकर विवाद के बाद हुआ है।
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में ममता कुलकर्णी ने कहा, “मैं किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर के पद से इस्तीफा दे रही हूं। मैं बचपन से ही साध्वी रही हूं और आगे भी रहूंगी।”
ममता कुलकर्णी की आध्यात्मिक यात्रा बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने सांसारिक जीवन त्यागकर और ‘श्री यमई ममता नंदगिरी’ के रूप में नई पहचान बनाकर अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू की थी। उन्होंने 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान महामंडलेश्वर के रूप में अपनी पहचान बनाई थी।
धार्मिक गुरुओं का विरोध ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने के बाद कई धार्मिक गुरुओं ने इस निर्णय का विरोध किया। उनका कहना था कि इस तरह के प्रतिष्ठित पद को प्राप्त करने के लिए वर्षों के आध्यात्मिक अनुशासन और समर्पण की आवश्यकता होती है। बॉलीवुड में करियर ममता कुलकर्णी ने 1990 के दशक में ‘करण अर्जुन’ और ‘बाजी’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों से जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की। इसके बाद, 2000 के दशक की शुरुआत में उन्होंने बॉलीवुड से अचानक दूरी बना ली और विदेश में जाकर बस गईं। वह सुर्खियों से दूर रहीं और कभी-कभी साध्वी के रूप में नजर आईं।