मुंबई। महंगी किताबें अगर महज सौ से डेढ़ सौ रुपये में मिलें, तो यह किसी आश्चर्य से कम नहीं। सामाजिक न्याय एवं विशेष सहायता विभाग के अंतर्गत स्थापित अन्ना भाऊ साठे शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (एआरटीआई) ने महापुरुषों के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एक अभिनव पहल शुरू की है। एआरटीआई के प्रबंध निदेशक सुनील वारे के अनुसार, यह संस्थान भारतीय संविधान, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर, राजर्षि शाहू महाराज, महात्मा ज्योतिराव फुले और अन्ना भाऊ साठे जैसे महापुरुषों की किताबें 85 प्रतिशत छूट पर उपलब्ध करा रहा है। ये पुस्तकें मराठी और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध हैं और आम जनता के साथ-साथ शैक्षणिक और सामाजिक संस्थाओं के लिए भी उपयोगी हैं। उदाहरण के लिए, भारतीय संविधान की कीमत 450 रुपये से घटकर 63 रुपये, बुद्ध और उनका धम्म 400 रुपये से 60 रुपये, और डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर जीवनी सेट 4,000 रुपये से 600 रुपये हो गई है। कुल 11,526 रुपये मूल्य की किताबें मात्र 1,730 रुपये में खरीदी जा सकती हैं। गोवंडी (पूर्व), मुंबई स्थित एआरटीआई कार्यालय से ये किताबें उपलब्ध हैं, जो गोवंडी स्टेशन से मात्र 5 मिनट की दूरी पर है। नवंबर और दिसंबर में लगभग 80,000 रुपये की किताबें बिक चुकी हैं, जिससे यह पहल सफल साबित हो रही है। इस कदम से न केवल महापुरुषों के विचार नई पीढ़ी तक पहुंच रहे हैं, बल्कि जनता को किफायती दरों पर मूल्यवान साहित्य भी उपलब्ध हो रहा है।