
नई दिल्ली। महाराष्ट्र की दो बहादुर और प्रेरणादायक बेटियों, करीना थापा और केया हटकर, को उनके अद्वितीय साहस और उपलब्धियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन दोनों को ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ से सम्मानित किया। यह समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुआ, जिसमें केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी, राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
करीना थापा की बहादुरी: 70 परिवारों की जान बचाई
अमरावती की 15 वर्षीय करीना थापा ने जय अंबा अपार्टमेंट में लगी भीषण आग के दौरान 70 परिवारों को बचाने का साहसिक कार्य किया। आग के फैलते ही करीना ने त्वरित निर्णय लिया और सिलेंडर विस्फोट का खतरा टालते हुए आग पर काबू पाया। उनकी बहादुरी के लिए उन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया।
केया हटकर: साहित्य और सामाजिक कार्य का अनूठा योगदान
मुंबई की 13 वर्षीय केया हटकर, जो स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी (एसएमए) जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं, ने अपनी लेखनी और सामाजिक कार्यों से पहचान बनाई है। उनकी पुस्तकें ‘डांसिंग ऑन माई व्हील्स’ और ‘आई एम पॉसिबल’ 26 देशों में चर्चित हैं। साहित्य और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में उनके योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया।
वीर बाल दिवस पर विशेष आयोजन
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान की प्रेरणादायक गाथा को साझा किया। वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।
युवा मस्तिष्कों को प्रोत्साहन और गतिविधियां
कार्यक्रम में सुपोषित पंचायत अभियान का उद्घाटन किया गया, जो पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में एक अहम कदम है। इसके अलावा, माईगव और माईभारत पोर्टल्स पर बच्चों के लिए क्विज़ और लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।
भविष्य की प्रेरणा
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये पुरस्कार न केवल बच्चों की उपलब्धियों को पहचानने का माध्यम हैं, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में भी अहम भूमिका निभाते हैं। वीर बाल दिवस की ये पहल साहस, समर्पण, और सेवा की संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।




