
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने बुधवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारतीय राजनीति का “दूसरा नेहरू” कहा। पत्रकारों से बातचीत के दौरान राउत ने कहा कि वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर उन्हें याद करते हुए कहा जाएगा कि वे भारतीय राजनीति में “राज धर्म” के प्रतीक थे। उन्होंने कहा, जब भी राज धर्म खतरे में होगा, देश अटल बिहारी वाजपेयी को याद करेगा। संजय राउत ने वाजपेयी की तुलना भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से करते हुए कहा कि, “वाजपेयी गैर-कांग्रेसी दलों के नेहरू थे। उन्होंने यह भी कहा कि नेहरू ने स्वयं वाजपेयी की सराहना की थी और उन्हें आशीर्वाद दिया था। शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के वाजपेयी के प्रति सम्मान का उल्लेख करते हुए राउत ने कहा, “बालासाहेब वाजपेयी का बहुत सम्मान करते थे और उनके वचन को महत्व देते थे। राउत ने भाजपा की मौजूदा नीति पर निशाना साधते हुए कहा कि “वर्तमान भाजपा नेहरू की विरासत को बदनाम कर रही है,” जबकि वाजपेयी को “दूसरे नेहरू” के रूप में याद किया जाएगा।वाजपेयी के नेतृत्व और विचारधारा की प्रशंसा करते हुए राउत ने कहा कि उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बनी रहेगी।




