मुंबई। वायु प्रदूषण और ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन को कम करने के लिए महात्मा फुले अक्षय ऊर्जा और बुनियादी ढांचा प्रौद्योगिकी लिमिटेड (महाप्रीत) और क्रेडाई-एमसीएचआई ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पहल के तहत, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में भवन निर्माण से होने वाले वायु प्रदूषण का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाएगा और इसके समाधान के लिए प्रभावी नीति योजना तैयार की जाएगी। महाप्रीत के प्रबंध निदेशक बिपिन श्रीमाली ने इस अवसर पर कहा- अध्ययन का उद्देश्य शहरी वायु प्रदूषण में भवन निर्माण के योगदान को समझना और इसे नियंत्रित करने के लिए ठोस समाधान प्रस्तुत करना है। यह अध्ययन निर्माण गतिविधियों के कारण होने वाले प्रदूषण को मापने और उचित प्रबंधन के माध्यम से इसे कम करने की रणनीति पर केंद्रित होगा। इसके परिणाम मुंबई की वायु गुणवत्ता सुधारने में सहायक होंगे।