Saturday, December 21, 2024
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बीएमसी एच/पूर्व विभाग में पब्लिक टाइम में अधिकारी रहते गायब, पीड़ितों की समस्याएं अनसुनी

मुंबई। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के एच/पूर्व विभाग में पब्लिक टाइम के दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने से नागरिकों में भारी आक्रोश है। शिकायतें हैं कि पब्लिक टाइम के लिए तय किए गए समय में भी अधिकारी अपनी ड्यूटी से नदारद रहते हैं। यहां तक कि वार्ड की सहायक आयुक्त व प्रभारी डीओ स्वप्नजा क्षीरसागर भी इस समय मौजूद नहीं रहती हैं। पब्लिक टाइम का उद्देश्य नागरिकों की समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करना है। बीएमसी प्रशासन ने सोमवार और शुक्रवार को दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक का समय पब्लिक के लिए निर्धारित किया है। लेकिन इस निर्धारित समय पर अधिकारी और कर्मचारी अनुपस्थित रहने के कारण नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का समय और खर्च दोनों बेकार जाता है। वहीं सोमवार को जब संवाददाता ने 3 बजे वार्ड कार्यालय का दौरा किया, तो वार्ड के सभी अधिकारी गायब दिखे। जब सहायक आयुक्त की पीए व शिकायत अधिकारी से पूछा गया तो पता चला कि सभी अधिकारी उपायुक्त, जोन-3 के कार्यालय में मीटिंग के लिए गए हैं। यह स्थिति तब है जब बीएमसी प्रशासन ने सार्वजनिक समय में नागरिकों से मिलने का निर्देश दिया है। सवाल यह उठता है कि क्या उपायुक्त को यह जानकारी नहीं है कि सोमवार को 3 से 5 का समय वार्ड कार्यालय में पब्लिक टाइम होता है?
पीड़ितों की समस्याएं अनसुनी
पीड़ितों का कहना है कि जब वे अपनी समस्याओं को लेकर वार्ड कार्यालय पहुंचते हैं, तो वहां अधिकारी नदारद रहते हैं। सहायक अभियंता (परिरक्षण), इमारत और कारखाना विभाग के सहायक अभियंता, और यहां तक कि पदनिर्देशित अधिकारी (डीओ) भी इस समय मौजूद नहीं होते। इससे नागरिकों को निराशा का सामना करना पड़ता है और उनकी समस्याएं अनसुनी रह जाती हैं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं की मांग
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त की है और बीएमसी प्रशासन से मांग की है कि पब्लिक टाइम के दौरान अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह लापरवाही जारी रहती है, तो वे इसे उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाएंगे और आवश्यक कार्रवाई की मांग करेंगे। इस तरह की लापरवाही से न केवल नागरिकों का विश्वास कमजोर हो रहा है, बल्कि बीएमसी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।

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