ठाणे। महंत यति नरसिंहानंद की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं, क्योंकि महाराष्ट्र के ठाणे में उनके खिलाफ पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह मामला ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया’ (एसडीपीआई) के अध्यक्ष की शिकायत पर तीन अक्टूबर को ठाणे के मुंब्रा पुलिस थाने में दर्ज किया गया। पुलिस ने महंत के खिलाफ कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। नरसिंहानंद ने 29 सितंबर को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद उनके खिलाफ कई स्थानों पर प्राथमिकी दर्ज की गई। ठाणे के अलावा, अमरावती शहर में भी उनके खिलाफ एक मामला दर्ज हुआ, जहां उनकी टिप्पणी के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों में 21 पुलिसकर्मी घायल हुए और पुलिस की 10 वैन भी क्षतिग्रस्त हो गईं। महंत के बयान के बाद गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के बाहर भी विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके चलते मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नरसिंहानंद के खिलाफ पहले भी भड़काऊ भाषण देने के मामले में कई प्राथमिकी दर्ज हो चुकी हैं, जिनमें दिसंबर 2021 में हरिद्वार में एक सम्मेलन के दौरान दिए गए भाषण का मामला भी शामिल है, जिसमें वह जमानत पर हैं। जमात-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष मलिक मोतसिम खान ने महंत की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हुए उनकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद की महानता को किसी के घृणित शब्दों से कम नहीं किया जा सकता और मुस्लिम समुदाय को शांतिपूर्वक इन उकसावों का सामना करना चाहिए। खान ने इस बात पर भी जोर दिया कि पैगंबर मोहम्मद की शिक्षाओं को विभिन्न भाषाओं में फैलाना चाहिए, ताकि शांति और करुणा का संदेश पूरे देश में पहुंचे।